नईदिल्ली I भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का बजट आने वाले दिनों में गड़बड़ा सकता है. इसकी वजह एक बड़ी कंपनी का बीसीसीआई के साथ अपनी स्पॉन्सर डील को लेकर क्लियर नहीं होना है. अभी ये कंपनी बीसीसीआई को हर मैच के लिए 3.8 करोड़ रुपये की फीस देती है.
जी हां, हम बात कर रहे हैं बीसीसीआई की टाइटल स्पॉन्सर कंपनी ‘मास्टरकार्ड’ की. मास्टरकार्ड के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर राजा राजामन्नार का कहना है कि बीसीसीआई के साथ उनकी डील मार्च 2023 तक है. इसके बाद कंपनी इसे रीन्यू करेगी या नहीं, इसे लेकर अभी असेसमेंट चल रही है.
ईटी की खबर के मुताबिक राजामन्नार का कहना है कंपनी अपने मार्केटिंग इंवेस्टमेंट को टाइमिंग और अपॉरच्युनिटी के साइज के हिसाब से करती है.
पेटीएम को पीछे कर हासिल की थी डील
मास्टरकार्ड की बीसीसीआई के साथ ये डील सितंबर में हुई थी. तब कंपनी ने पेटीएम की जगह टाइटल स्पॉन्सर की जगह हासिल की थी. कंपनी बीसीसीआई को भारत में होने वाले हर इंटरनेशनल मैच के लिए स्पॉन्सर फी चुकाती है. ये हर मैच के लिए 3.8 करोड़ रुपये होती है.
राजामन्नार का कहना है कि बीसीसीआई के साथ हमारी स्पॉन्सर डील अब तक फायदेमंद रही है. कंपनी को महिला क्रिकेट से अच्छी पहचान मिली है. इस स्पोर्ट को अचानक से काफी पॉपुलैरिटी मिली है. हम क्रिकेट में बने रहेंगे, वहीं इसके अलावा और भी कई ऑप्शन हैं, जिन पर हम आगे बढ़ सकते हैं.’
धोनी, तेंदुलकर गावस्कर के साथ जुड़ी रही
मास्टरकार्ड इससे पहले कई क्रिकेटर्स के साथ भी जुड़ी रही है. इनमें सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी का नाम शामिल है. धोनी अभी भी कंपनी के ब्रांड एंबेसडर हैं.
बीसीसीआई की कमाई का जरिया
बीसीसीआई कई तरह से कमाई करता है. स्पॉन्सर टाइटल के अलावा उसकी मुख्य कमाई मैचों के टीवी और ओटीटी प्रसारण के लिए होने वाली डील है. इतना ही नहीं बीसीसीआई देशभर के अपने स्टेडियम के टिकट बिक्री से भी कमाई करती है.