छत्तीसगढ़

राहुल की होगी छुट्टी, विराट का भी कटेगा पत्ता, हार्दिक संभालेंगे टीम इंडिया की कमान

नईदिल्ली I बांग्लादेश के खिलाफ हो रही टी20 सीरीज में कप्तानी कर रहे केएल राहुल बल्ले से उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं. ऐसे में उन्हें टीम से ड्रॉप करने की मांग होने लगी है. टेस्ट टीम से उनका पत्ता कटेगा या नहीं, फिलहाल ये साफ नहीं है, लेकिन टी20 टीम से उनकी छुट्टी अब लगभग तय है. श्रीलंका के खिलाफ अगले महीने होने वाली टी20 सीरीज में उनके जगह मिलने की उम्मीद नहीं है. वहीं एक बार फिर हार्दिक पंड्या इस सीरीज में टीम की कप्तानी करते दिखेंगे.

टी20 विश्व कप में भारत के बाहर होने के बाद से ही चर्चा तेज है कि हार्दिक पंड्या इस फॉर्मेट में नियमित कप्तान बन जाएंगे. भले ही अभी तक आधिकारिक तौर पर इसका ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन संकेत साफ हैं कि अब उन्हें ही ये जिम्मेदारी मिलेगी. हालांकि कप्तान रोहित शर्मा की चोट को फिलहाल इसकी वजह बताया जा रहा है. रोहित को बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में अंगूठे में चोट लगी थी, जिससे वह अभी तक उबर नहीं पाए हैं.

राहुल की छुट्टी, कोहली भी होंगे बाहर

रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की जानकारी रखने वाले BCCI के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, पुरानी चयन समिति शायद श्रीलंका के खिलाफ होने वाली सफेद गेंद की टीम का चयन करेगी. अभी तक ऐसा नहीं लगता है कि रोहित शर्मा की उंगली टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से पहले पूरी तरह ठीक होगी इसलिये ऐसी सूरत में हार्दिक टीम की अगुआई करेंगे. जहां तक केएल राहुल का संबंध है तो उनके टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के दिन गिने चुने लगते हैं.

इतना ही नहीं, ऐसी भी संभावना है कि टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम में केवल उस प्रारूप के ही विशेषज्ञ हों. कुछ खिलाड़ियों जैसे विराट कोहली को टी20 प्रारूप से ब्रेक दिया जा सकता है.

पुरानी सेलेक्शन कमेटी ही चुनेगी टीम

सूत्रों के मुताबिक, बर्खास्त की जा चुकी चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति ही फिलहाल श्रीलंका के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम का चयन करेगी, क्योंकि नये पैनल का फैसला एक हफ्ते में नहीं हो पायेगा.

माना जा रहा है कि क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) द्वारा चयन समिति के सदस्यों को चुनने के लिये चुने हुए उम्मीदवारों के इंटरव्यू 26 से 28 दिसंबर के बीच होंगे.

भारतीय टीम के टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद चेतन की अगुआई वाली पूरी समिति को बर्खास्त कर दिया गया था और नये चयनकर्ताओं को चुनने की प्रक्रिया में उम्मीद से ज्यादा समय लग गया.