नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग सोमवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (आरवीएम) का प्रोटोटाइप दिखाएगा। आयोग ने आठ मान्यताप्राप्त राष्ट्रीय दलों और 57 मान्यता प्राप्त राज्यस्तरीय दलों को सोमवार सुबह आमंत्रित किया है। पत्र में कहा गया है कि उन्हें रिमोट वोटिंग का इस्तेमाल करके घरेलू प्रवासियों की मतदाता भागीदारी में सुधार पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया है।
तकनीकी विशेषज्ञ समिति के सदस्य भी रहेंगे मौजूद
रिमोट ईवीएम के प्रदर्शन के दौरान निर्वाचन आयोग की तकनीकी विशेषज्ञ समिति के सदस्य भी मौजूद रहेंगे। यदि इसे लागू किया जाता है, तो प्रवासी मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए अपने गृह जिलों की यात्रा करने की जरूरत नहीं होगी। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने दूर-दराज के मतदान केंद्रों पर डाले गए वोट की गिनती और दूसरे राज्यों में रिटर्निंग अधिकारी को उनके प्रसारण को एक तकनीकी चुनौती बताया था।
इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि आरवीएम को मौजूदा इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन पर आधारित एक मजबूत, त्रुटिहीन और प्रभावी स्टैंड के रूप में विकसित किया जाएगा और यह इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होगी।
बता दें सार्वजनिक क्षेत्र की एक कंपनी द्वारा निर्मित मल्टी कांस्टीट्यूएंसी रिमोट ईवीएम एक ही जगह से 72 चुनाव क्षेत्रों को संचालित कर सकती है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव के प्रति युवाओं और शहरी क्षत्रों में रहने वाले लोगों में देखी गई उदासीनता के मद्देनजर रिमोट वोटिंग मशीन लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी बढ़ाने में कारगर पहल साबित होगी।