बिलासपुर I बिलासपुर के हिस्ट्रीशिटर कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की हत्या में शामिल शूटर व डालडा कारोबारी को उत्तरप्रदेश ATS ने पकड़ा है। बताया जा रहा है कि वह शूटर्स दोस्तों के साथ बिलासपुर आया था और इस दौरान उसने संजू त्रिपाठी की रैकी भी की थी। यही वजह है कि पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए उत्तरप्रदेश ATS से मदद मांगी थी। बिलासपुर से पुलिस की टीम आरोपी को लेने उत्तरप्रदेश पहुंच गई है। इधर, बिना जानकारी के पकड़े जाने पर उसके परिजनों ने अपहरण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करा दी थी। पुलिस ने जांच की, तब उसे उत्तरप्रदेश ATS के हिरासत में लेने का मामला सामने आया।
बिलासपुर में हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी हत्याकांड में शामिल उत्तरप्रदेश के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिन्हें मुख्तार अंसारी गैंग का सदस्य बताया जा रहा है। इनमें एक आरोपी महज आठ हजार रुपए के लालच में आकर पिस्टल पहुंचाने आया था। जबकि, दूसरा युवक शूटर्स बनकर आया था। वह छात्र की हत्या के केस में वाराणसी जेल में 11 साल बंद था। इस पूरे कांड में मुख्तार अंसारी गैंग का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस इनके जरिए शूटर्स की तलाश कर रही है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के चंदौली मुगलसराय निवासी प्रीमेश केसरी डालडा का व्यापार करता है। बीते गुरुवार को वह प्रयागराज में रहने वाली अपनी और बहनोई के साथ शादी समारोह में शामिल होने गोरखनाथ के विकासनगर आया था, जहां राजेंद्र नगर स्थित होटल में तीनों रुके थे। तभी दोपहर में प्रीमेश कमरे से निकला। इसके बाद रूम नहीं लौटा। शाम करीब चार बजे सादे कपड़े में एक व्यक्ति पहुंचा। खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए अपने मोबाइल फोन से प्रीमेश की बहन से बात से कराई। प्रीमेश ने अपनी बहन को बताया कि होटल से बाहर निकलने के बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया है। जैकेट और जूते भेज दो। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मी को सामान दे दिया। इस संबंध में एसएसपी पारुल माथुर से संपर्क किया गया। लेकिन, उन्होंने फोन रिसीव नहीं की। वहीं, पुलिस इस केस में कुछ भी जानकारी देने से बच रही है।
उत्तरप्रदेश ATS को मिला था टॉस्क
हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की हत्या के केस में बिलासपुर पुलिस ने उत्तरप्रदेश के वाराणसी के भूलपुर के बिरदोपुर में रहने वाले मोनू उर्फ अभिषेक मिश्रा पिता प्रकाशचंद्र मिश्रा (38) को गिरफ्तार किया था। वह 2008 में एक छात्र की हत्या के केस में जेल में था। वह 11 साल जेल में रहने के बाद जमानत पर छूटा था। बीते 10 नवंबर को उसकी मुलाकात दानिश और ताबीज से हुई, उनके साथ वह 14 नवंबर को बस में बैठकर वाराणसी से बिलासपुर आया था। उनके साथ मुगलसराय का व्यापारी प्रीमेश केसरी उर्फ प्रसीन गुप्ता भी था। बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम ने उत्तरप्रदेश के उसके ठिकानों में दबिश दी। लेकिन, वह नहीं मिला। तब पुलिस ने उत्तरप्रदेश ATS से उसे पकड़ने के लिए मदद मांगी थी। टॉस्क मिलने पर गुरुवार को टीम ने उसे दबोच लिया।
थाने में नहीं था भाई तो अपहरण की दर्ज करा दी शिकायत
अपने भाई को पुलिस के पकड़े जाने की खबर मिलते ही बहन और उसका पति रिश्तेदारों के साथ संबंधित थाने में पहुंचे, जहां प्रीमेश नहीं मिला। इस पर अनहोनी की आशंका जताते हुए बहन ने प्रीमेश के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। डालडा व्यापारी के अपहरण की सूचना मिलते ही वहां की पुलिस और क्राइम की टीम सक्रिय हो गई। सीसीटीवी फुटेज और जांच में पता चला कि प्रीमेश केसरी को ATS ने हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की हत्या के मामले में पकड़ा है। इसकी जानकारी पुलिस अफसरों ने उसके परिजन को दी।
आरोपी को लेने UP पहुंची पुलिस
हिस्ट्रीशिटर संजू त्रिपाठी की हत्या के केस में शूटर के सहयोगी के पकड़े जाने की जानकारी बिलासपुर पुलिस को दी गई, तब यहां से पुलिस की टीम उत्तरप्रदेश के लिए रवाना किया गया है। माना जा रहा है कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर बिलासपुर लेकर आएगी और उससे पूछताछ करेगी।
शूटर के साथ बिलासपुर आकर की थी रैकी
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि संजू त्रिपाठी की हत्या से पहले प्रीमेश वहां के शूटर के साथ बिलासपुर आया था। यहां उसने संजू के गतिविधियों की रैकी भी की थी। उससे पूछताछ के बाद पुलिस उसे सहआरोपी मान रही है।
अब तक पिता और भाई समेत 18 आरोपियों की गिरफ्तारी
सकरी बाईपास रोड के पास कुदुदंड निवासी संजू त्रिपाठी की 14 दिसंबर की शाम बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने जांच के बाद उसकी हत्या की साजिश रचने वाले पिता जयनारायण त्रिपाठी, भाई कपिल त्रिपाठी, उसकी पत्नी सुचित्रा त्रिपाठी, बहन व अन्य रिश्तेदार और कपिल के दोस्तों के साथ ही 18 आरोपियों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किया है। पुलिस को शूटर दानिश अंसारी, ताबीज अंसारी और उसके साथियों की तलाश है।