छत्तीसगढ़

मैं क्या शिलाजीत की रोटियां खाता था, पहलवानों के आरोप पर क्या बोल गए बृजभूषण सिंह

नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह लगातार पहलवानों के आरोप को लेकर सफाई दे रहे हैं। एक टीवी चैनल से बातचीत में यौन शोषण के आरोपों पर सफाई देते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि क्या मैं शिलाजीत की रोटियां खाता था। WFI चीफ ने कहा कि उनके खिलाफ जंतर-मंतर पर शीर्ष पहलवानों के धरने राजनीति से प्रेरित है। सिंह ने कहा कि इसके पीछे देश का एक बड़ा उद्योगपति और एक बाबा है। उन्होंने कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि इस खेल में दीपेंद्र हुड्डा हैं। उन्होंने कहा कि मर्यादा की वजह से मैं नहीं बोल रहा हूं।

देश के बड़े उद्योगपति का है खेल

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मैंने कोई यौन उत्पीड़न नहीं किया। मैं निर्दोष हूं। उन्होंने कहा कि मैं यौन उत्पीड़न का अपराधी नहीं बनना चाहता हूं। बीजेपी सांसद ने कहा कि इनके ही साथ घटना क्यों घटती है? उन्होंने कहा कि हरियाणा के एक ही परिवार, एक ही अखाड़े को छोड़कर किसी अन्य के साथ घटना क्यों नहीं घटती। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के पीछे एक ही अखाड़ा और एक ही परिवार है। इससे पहले सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि धरना दे रहे पहलवान कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के खिलौने बन गए हैं। उनका मकसद मेरा इस्तीफा नहीं है, बल्कि यह केवल राजनीतिक है।

अब गिरफ्तारी की मांग कर रहे खिलाड़ी

जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ी अब बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। खिलाड़ियों का कहना है कि अब उनके खिलाफ केस दर्ज हो चुका हैं। ऐसे में उन लोगों को गिरफ्तारी से कम कुछ भी मंजूर नहीं हैं। वहीं, बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि जैसे ही खिलाड़ी धरने से उठ जाएंगे वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। सिंह ने कहा कि मैं यौन उत्पीड़न का अपराधी नहीं बनना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे सुप्रीम कोर्ट में विश्वास है।

बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर

दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर सात महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण और धमकाने के आरोपों को लेकर शुक्रवार को दो प्राथमिकी दर्ज कीं। पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है। इसके तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। देश के शीर्ष पहलवानों ने डब्ल्यूएफाई प्रमुख बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग करते हुए 23 अप्रैल से एक बार फिर जंतर मंतर पर धरना शुरू किया। बृजभूषण पर उन्होंने महिला पहलवानों को धमकाने और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये हैं। इससे पहले उन्होंने जनवरी में धरना दिया था।