दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा जिले में एक ग्रामीण की पहले हत्या की गई। किसी को पता न चले इसके लिए उसकी लाश को जलाने का प्रयास किया गया। जब शव पूरी तरह से नहीं जला तो सबूत मिटाने उसकी अधजली लाश को बोरी में भरकर एक मकान में छिपाया गया। बदबू की वजह से पड़ोसियों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। अब वारदात करने वाले आरोपी शक्तिमान को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। मामला जिले के गीदम थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले व्यापारिक नगरी गीदम में पारंपरिक मेला लगा था जिसमें हजारों लोग शामिल हुए थे। इसमें जावंगा के भट्टीपारा निवासी लक्ष्मण कवासी भी शामिल हुआ था। लेकिन, मेला स्थल से कुछ देर बाद वह अचानक गायब हो गया। परिजनों ने उसे ढूंढने की कोशिश की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। दो दिन बाद गीदम नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 13 स्थित एक सूने मकान से बदबू आने लगी तो इलाके के लोगों ने पुलिस को खबर की।
मौके पर पहुंचे जवानों ने एक बोरी में भरे अधजले शव को देखा। लाश की शिनाख्ति लक्ष्मण कवासी के रूप में की गई। पुलिस को आशंका थी कि किसी ने हत्या कर शव को जलाने की कोशिश की है। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जिसमें पता चला कि, मेले वाले दिन शहर के ही रहने वाले एक युवक महेंद्र गुप्ता उर्फ शक्तिमान के साथ लक्ष्मण को देखा गया था। पुलिस ने शक्तिमान का पता लगाया। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। जिसकी खोजबीन शुरू की गई।
पुलिस को पता लगा कि आरोपी उत्तरप्रदेश में है। हालांकि, वह किसी एक जगह नहीं ठहर रहा था। फिर 8 मई को वह छत्तीसगढ़ लौटा जहां से पुलिस ने उसे दबोच लिया। फिर उससे लगातार पूछताछ की गई। हालांकि पहले वह पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन बाद में उसने अपना जुर्म कबूल लिया। शक्तिमान ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले उसकी कार से लक्ष्मण के भतीजे की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। लक्ष्मण बार-बार पैसे मांग रहा था। 30 हजार रुपए लक्ष्मण को दे चुका था।
लेकिन, 1 लाख 20 हजार की डिमांड और की जा रही थी। इसी से तंग आ गया था और मेले वाले दिन उसकी हत्या कर दी। इधर, पुलिस ने आरोपी शक्तिमान को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। SDOO आशा रानी ने बताया कि, इससे पहले भी महेंद्र गुप्ता उर्फ शक्तिमान कई वारदातें कर चुका है।