छत्तीसगढ़

रवि शास्त्री ने बीसीसीआई पर बोला हमला, कहा- आईपीएल या टेस्ट, चुन लो

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम लंदन के द ओवल में खेले जा रहे आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छी स्थिति में नहीं है. टीम इंडिया जीत के करीब तक नहीं है और जिस तरह के खेल की इस टीम से उम्मीद की गई थी उस तरह का खेल इस टीम ने दिखाया नहीं है. ये देख टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री काफी नाराज हैं और उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की सोच पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

टीम इंडिया ने फाइनल में जिस तरह का खेल दिखाया है उसे देख शास्त्री काफी गुस्सा हैं. टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के शुरुआत तीन दिन भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह से फेल रही थी जबकि ऑस्ट्रेलिया ने शानदार बल्लेबाजी की थी. इसके बाद शास्त्री ने आईपीएल और बीसीसीआई पर अपनी बात रखी और बोर्ड को तय न करने के लिए लताड़ लगाई.

प्राथमिकताएं तय होनी चाहिए

शास्त्री ने कहा कि तय करना होगा कि प्राथमिकताएं क्या है, नेशनल ड्यूटी या आईपीएल? उन्होंने कहा कि अगर आप आईपीएल को चुनते हैं तो फिर टेस्ट चैंपियनशिप भूल जाइए. शास्त्री ने कहा कि अगर प्रथामिकता टेस्ट चैंपियनशिप है तो फिर बीसीसीआई को तय करना चाहिए और आईपीएल अनुबंध में ये प्रावधान होना चाहिए कि अगर भारत के लिए उन्हें खिलाड़ी को आईपीएल से बाहर रखना पड़े तो वो कर सकें.

टीम इंडिया इस फाइनल से पहले आईपीएल खेलकर आ रही है. शास्त्री ने कहा कि बीसीसीआई को पहले ये नियम लाना चाहिए और इसके बाद फ्रेंचाइजियों को कहा जाए कि वह कितना निवेश करना चाहती हैं. शास्त्री ने कहा कि बीसीसीआई पूरे देश में क्रिकेट को चलाती है और उसके लिए ये कदम उठाना जरूरी है.

भारत के सामने फाइनल जीतना एक बड़ी चुनौती है. ऑस्ट्रेलिया ने उसके सामने विशाल लक्ष्य रखा है. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 469 रन बनाए. टीम इंडिया पहली पारी में बड़ा स्कोर नहीं कर सकी और 296 रनों पर ढेर हो गई थी. फिर ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी आठ विकेट के नुकसान पर 270 रन घोषित कर दी और भारत को 444 रनों का विशाल लक्ष्य दिया. आज 213 रन के स्कोर पर भारत का सातवां विकेट गिर गया है। शार्दुल ठाकुर को नाथन लियोन ने आउट किया। उन्होंने पांच गेंदों का सामना किया, लेकिन अपना खाता नहीं खोल पाए। इस विकेट के साथ ही भारतीय टीम हार की दहलीज पर खड़ी है। अब श्रीकर भरत के साथ उमेश यादव क्रीज पर हैं।