
मैड्रिड। डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व वाला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल फिलहाल स्पेन दौरे पर है। स्पेन में एक कार्यक्रम के दौरान कनिमोझी से पूछा गया कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है? इस पर डीएमके सांसद ने जो जवाब दिया, उसे सुनकर वहां मौजूद सभी लोग तालियां बजाने लगे। इस दौरान डीएमके सांसद ने कहा कि हमारे देश में बहुत कुछ किया जाना बाकी है और हम ये करना भी चाहते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से हमारा ध्यान भटकाया जा रहा है।
कनिमोझी ने जवाब से की बोलती बंद
स्पेन में भारतीय समुदाय के लोगों से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और आवाज उठाने की अपील की गई। इसी दौरान एक व्यक्ति ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहीं डीएमके सांसद कनिमोझी से सवाल किया कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है? गौरतलब है कि तमिलनाडु की डीएमके सरकार और केंद्र सरकार के बीच भाषा को लेकर विवाद हो रहा है। खासकर नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत तीन भाषा फार्मूले पर डीएमके सरकार विरोध कर रही है। स्पेन में पूछे गए सवाल को इसी विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि कनिमोझी के जवाब ने सवाल पूछने वाले व्यक्ति की बोलती बंद कर दी। कनिमोझी ने अपने जवाब में कहा कि ‘भारत की राष्ट्रीय भाषा एकता में अनेकता है।’ कनिमोझी के जवाब पर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया।
‘हमारा संदेश साफ, भारत सुरक्षित है’
कनिमोझी ने आगे कहा कि ‘हमारे देश में अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है और हम करना भी चाहते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से हमारा ध्यान भटकाया जा रहा है। हमें आतंकवाद और लड़ाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी बिल्कुल जरूरत नहीं है। बतौर भारतीय हमारा संदेश साफ है कि भारत सुरक्षित है। वे कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन वे हमें पटरी से नहीं उतार सकते। हम ये सुनिश्चित करेंगे कि कश्मीर सुरक्षित रहे।’