नईदिल्ली : यूपी में पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने का पार्टी का ऑफर ठुकरा दिया है। इस सीट से उनकी चचेरी बहन और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। वरुण को बीजेपी ने रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था, जिससे उन्होंने इनकार कर दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ है, जहां से सोनिया गांधी 2004 से लगातार जीत रही थीं और भाजपा चाहती थी कि अबकी बार वरुण वहां से चुनाव लड़ें तो यह सीट उसके पास आसानी से आ सकती है। इससे पहले कांग्रेस सूत्रों की ओर से दावा किया जा चुका है कि इस बात की काफी संभावना है कि अपनी मां सोनिया गांधी की छोड़ी हुई परिवार की विरासत की सीट से इस बार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भाग्य आजमा सकती हैं। वाड्रा अभी तक चुनावी राजनीति से दूर रही हैं।
सोनिया इस साल फरवरी में ही राजस्थान के रास्ते राज्यसभा की सांसद बन चुकी हैं और उन्होंने अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। इसी के बाद से चर्चा है कि यहां से उनकी बेटी चुनाव लड़ सकती हैं। रिपोर्ट के अनुसार जब प्रियंका के रायबरेली से चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हुई तो बीजेपी ने वरुण से संपर्क किया, लेकिन वह रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हुए। रिपोर्ट के मुताबिक वरुण, गांधी बनाम गांधी के संघर्ष से दूर रहना चाहते हैं।
गौरतलब कि बीजेपी ने अभी तक रायबरेली से उम्मीदवार घोषित नहीं किया है और इसी वजह से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वह अमेठी की तरह इस बार रायबरेली में कांग्रेस का गेम आसान नहीं रहने देना चाहती। इससे पहले बीजेपी ने वरुण की पीलीभीत सीट से जितिन प्रसाद को टिकट दिया है, जहां पहले ही चरण में चुनाव करवाए भी जा चुके हैं। टिकट कटने के बाद वरुण ने पीलीभीत के लोगों को एक भावनात्मक खत लिखा था और वहां के बेटे की तरह उससे जुड़े रहने का वादा किया था। वरुण गांधी की मां और बीजेपी नेता मेनका गांधी इस बार भी सुल्तानपुर सीट से पार्टी उम्मीदवार हैं।
जानकारी के मुताबिक बीजेपी कई सर्वे भी करवा चुकी है कि रायबरेली में कौन सा उम्मीदवार गांधी परिवार को कड़ी टक्कर दे सकता है। पड़ोस की अमेठी सीट पिछली बार उसने राहुल गांधी से छीन ली थी।
रायबरेली में लगातार घट रहा है कांग्रेस का जनाधार
रायबरेली में समाजवादी पार्टी से मनोज पांडे और कांग्रेस से अदिति सिंह जैसे दिग्गज नेताओं को पार्टी पहले ही अपने खेमे में कर चुकी है। पिछले कुछ चुनावों से लगातार वहां कांग्रेस का जनाधार भी घटा है, जिससे बीजेपी के हौसले बुलंद हुए हैं।
वायनाड में चुनाव के बाद अमेठी-रायबरेली से कांग्रेस घोषित करेगी उम्मीदवार
इस बीच कांग्रेस सूत्रों की ओर से कहा गया है कि पार्टी रायबरेली और अमेठी में उम्मीदवारों का औपचारिक ऐलान 30 अप्रैल से पहले नहीं करेगी।
माना जा है कि पार्टी केरल में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को हो रहे मतदान का इंतजार कर रही है। यहां की वायनाड सीट से राहुल गांधी फिर से चुनाव मैदान में हैं। पार्टी चाहती है कि वायनाड का चुनाव देख लेने के बाद ही अमेठी में राहुल गांधी की उम्मीदवारी औपचारिक तौर पर घोषित हो। पार्टी के पास यह विकल्प इसलिए मौजूद है कि शुक्रवार से ही अमेठी और रायबरेली के लिए नामांकन का कार्य भी शुरू हो रहा है।