बालोद I बालोद जिले के संजारी चौकी क्षेत्र में पीएचडी के छात्र ने सोमवार देर रात आत्महत्या कर ली। मामला ग्राम अछोली का है। मंगलवार सुबह युवक का शव गांव से 700 मीटर की दूरी पर खेत में पेड़ से लटका हुआ मिला। इस मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। मृतक का नाम युवराज सोनकर (24 वर्ष) है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस प्रताड़ना के कारण युवराज ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। युवराज सोनकर दुर्ग से पीएचडी कर रहा था और छुट्टियों में घर आया हुआ था।
युवराज सोनकर की बहन दिलेश्वरी ने बताया कि सोमवार को ग्राम आसरा और ग्राम संजारी के कुछ लोगों के बीच विवाद हो रहा था, जहां मेरा भाई बीच-बचाव कराने गया था। यहां आसरा के लोगों ने बाकियों के साथ-साथ उसके भाई के खिलाफ भी संजारी चौकी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मेरे भाई को भी मुख्य आरोपी बना दिया। इसके बाद पुलिस उसके भाई और उसके दोस्तों को थाने ले गई और गिरफ्तार करने की धमकी दी। पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं करने के एवज में रिश्वत की भी मांग की। युवक ने जब इस बात का विरोध किया, तो पुलिस ने उसके दोस्तों के सामने ही उसे पीट दिया।
बहन ने कहा कि युवक युवराज ने कुछ रिश्वत पुलिसवालों को दी। उसने कहा कि रुपए संजारी चौकी के एक सहायक उपनिरीक्षक को दिए गए। इस अपमान से व्यथित होकर युवक ने मौत को गले लगा लिया। उसने उसी रात थाने से लौटकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
इधर लाश को फांसी से उतारने से पहले ही उसकी बहन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और न्याय की गुहार लगाई। वहीं गांव पूरी तरह छावनी में तब्दील हो चुका है। पीड़ित बहन ने कहा कि उसके भाई ने गले में चांदी की चेन पहन रखी थी, उसे भी पुलिसवालों ने निकाल लिया है। बहन की शिकायत के बाद एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने मामले में ज्यादा कुछ कहने से मना कर दिया और जानकारी दी कि युवक के खिलाफ धारा 323 के तहत अपराध पंजीबद्ध हुआ था, शायद इसलिए वो घबरा गया था। चेन निकालने को लेकर एसपी ने कहा कि युवक ने हाथ में चेन लपेटकर मारा था, इसलिए उसे जब्त किया गया था।
PWD में बहन है इंजीनियर
मृतक की बहन दिलेश्वरी सोनकर पीडब्ल्यूडी में इंजीनियर है और उसकी पोस्टिंग दुर्ग जिले में ही है। उसने पुलिस अधीक्षक से मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।