सक्ती I सक्ती जिले के डभरा थाना क्षेत्र में रहने वाली 9वीं की छात्रा को स्कूल जाते वक्त आरोपियों ने रोक लिया और उसे कीटनाशक दवा पिलाकर फरार हो गए। सबसे बड़ी बात ये है कि बुधवार को हुई घटना की जानकारी पुलिस को 2 दिन बाद शुक्रवार को मिली है, लेकिन फिर भी उन्होंने कोई केस दर्ज नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि उन्हें मामले में शिकायतकर्ता का इंतजार है।
हर दिन की तरह ग्राम कासा की रहने वाली 16 वर्षीय छात्रा बुधवार सुबह 10 बजे भी अपने स्कूल जाने के लिए निकली थी, तभी चुरतेला मोड़ के पास उसे बाइक सवार युवकों ने रोक लिया और जहर पिला दिया। पीड़ित छात्रा ने बताया कि वो 3 युवक बाइक पर सवार होकर आए और उसका रास्ता रोक लिया। उसने तीनों को देखकर अपनी साइकिल रोक ली।
इसके बाद तीनों युवक उसके साथ छेड़छाड़ और अश्लील बातें करने लगे। जहां पर आरोपियों ने छात्रा को रोका, वो इलाका सुनसान है और वहां एक खाली मैदान है। इस वजह से छात्रा किसी से मदद नहीं ले सकी। छात्रा के घर से स्कूल की दूरी 800 मीटर है।
जब छात्रा इस बात का विरोध कर वहां से जाने लगी, तो युवकों ने उसका हाथ पकड़ लिया। आरोपियों ने उसके मुंह को जबरदस्ती खोलकर उसे कीटनाशक दवा पिला दी और मौके से फरार हो गए। पीड़िता ने बताया कि घटना के बाद वो किसी तरह से लड़खड़ाते हुए अपने घर पहुंची और परिजनों को पूरी जानकारी दी। परिवार वाले तुरंत छात्रा को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डभरा ले गए। समय पर इलाज मिलने से छात्रा खतरे से बाहर है।
डभरा थाना प्रभारी अमित सिंह ने बताया कि पीड़ित छात्रा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ती है। उसके मुताबिक सभी लड़के चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे, इसलिए वो उन्हें पहचान नहीं सकी। थाना प्रभारी अमित सिंह ने बताया कि शुक्रवार को घटना की जानकारी हुई है। उन्होंने पीड़िता से बात की है, लेकिन अभी तक परिवारवालों ने थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई है, इसलिए मामले में FIR दर्ज नहीं की गई है।
पुलिस ने कहा कि पीड़िता ने बताया है कि उसके साथ इस तरह की घटना पहली बार हुई है, इसलिए वो आरोपियों के बारे में कोई अनुमान नहीं लगा पा रही। सबसे बड़ी बात तो ये है कि दिनदहाड़े स्कूली छात्रा को रोककर कीटनाशक पिला देने के बावजूद पुलिस को अब भी शिकायतकर्ता का इंतजार है। हालांकि पुलिस को आशंका है कि आरोपी छात्रा के जानने वाले रहे होंगे, तभी वे चेहरे को ढंककर आए, ताकि वो उन्हें पहचान न ले।