छत्तीसगढ़

स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को लिखी चिट्ठी, कहा- सभी पाजिटिव सैंपलों के जीनोम की करें सीक्वेंसिंग

नई दिल्ली। कई देशों में कोविड-19 वायरस को लेकर चिंता नए सिरे से उभरने के बाद केंद्र सरकार ने देश में इसकी रोकथाम के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। राज्यों से कहा गया है कि वे सभी पाजिटिव सैंपलों की दैनिक आधार पर जीनोम सीक्वेंसिंग में जुट जाएं ताकि इसका पता चले कि कोविड का कोई नया वैरिएंट तो नहीं पनप रहा है। गौरतलब है कि जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोरोना के नए मामले चिंताजनक तरीके से बढ़ रहे हैं।

चीन को लेकर चिंता

चीन को लेकर तो यह आशंका जताई जा रही है कि बहुत जल्द वहां की बड़ी आबादी फिर से चपेट में होगी। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे गए पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि उभर रहे वैरिएंट पर निगरानी रखने के लिए पाजिटिव सैंपलो की पूरी जीनोम सीक्वेंसिंह पर पूरा ध्यान दिया जाए। इसी से लोगों को वायरस से सुरक्षित रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जा सकेंगे। टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-वैक्सीनेशन और कोविड से मुकाबले के लिए उपयुक्त व्यवहार की पांच स्तरीय रणनीति से इस महामारी पर अंकुश लगाने में सफलता मिली है।

इसका नतीजा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को साप्ताहिक आधार पर 12 हजार मामलों तक सीमित किया जा सका है। लेकिन दुनिया में इसका खतरा पूरी तरह टला नहीं है। वर्तमान में विश्व में एक सप्ताह में 35 लाख मामले सामने आए हैं। पत्र में स्वास्थ्य सचिव ने मंत्रालय की ओर से जून में जारी की गई निगरानी की संशोधित प्रक्रिया के दिशा-निर्देशों का उल्लेख किया है और इस पर अमल पर जोर दिया है। इसके मुताबिक नए वैरिएंट की चुनौती को लेकर जल्दी जांच, आइसोलेशन टेस्टिंग और संदिग्ध तथा पाजिटिव मामलों के सही प्रबंधन पर जोर दिया गया है।

राजेश भूषण के मुताबिक मौजूदा वैरिएंट के रुझानों की निगरानी बहुत महत्वपूर्ण है। गौरतलब है कि बदलते मौसम के साथ सर्दी खांसी की शिकायतें तेज हो गई हैं लेकिन इसे सामान्य फ्लू की माना जा रहा है कि और टेस्टिंग की संख्या भी कम हो गई है। एक दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश के नए सीएम सुखविंदर ¨सह सुक्खू कोविड बिना लक्षण के भी कोविड पाजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में हर किसी को सावधान रहने की जरूरत होगी।