छत्तीसगढ़

अय्यर-अश्विन ने सिर्फ मैच नहीं जिताया, 28 साल पुराना पाकिस्तानी रिकॉर्ड भी तोड़ा

नईदिल्ली I ढाका टेस्ट मैच में आखिरी भारतीय टीम ने जीत दर्ज कर ही ली. बांग्लादेश के स्पिन अटैक के सामने जिस तरह से तीसरे दिन के अंत और चौथे दिन की शुरुआत में जिस तरह से भारतीय बल्लेबाजों ने सरेंडर किया, उसे देखकर उम्मीद नहीं थी कि टीम इंडिया जीत दर्ज कर पाएगी. लेकिन ऐसा हुआ, क्योंकि श्रेयस अय्यर और रविचंद्रन अश्विन ने हथियार नहीं डाले और एक बेहतरीन साझेदारी के करते हुए भारत को 3 विकेट से मैच के साथ सीरीज भी जिता दी. दोनों ने जीत के साथ ही एक पुराने रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया.

पहले मैच के बारे में थोड़ा बता देते हैं. भारत के सामने बांग्लादेश ने 145 रन का लक्ष्य रखा था. इसके जवाब में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ही भारत ने 4 विकेट गंवा दिए थे और सिर्फ 45 रन बोर्ड पर थे. चौथे दिन भारत को 100 रन और चाहिए थे. बांंग्लादेशी स्पिनरों ने चौथे दिन के पहले सेशन में भी भारत को मुश्किल में डाले रखा और जल्दी-जल्दी 3 विकेट चटका दिए. इस वक्त तक भारत का स्कोर सिर्फ 74 रन था.

श्रेयस-अश्विन ने जिताया

ऐसे में आठवें विकेट के लिए श्रेयस और अश्विन ने 71 रनों की नाबाद साझेदारी की और पहला सेशन खत्म होने से ठीक पहले ही भारत को संघर्षपूर्ण लेकिन यादगार जीत दिला दी. श्रेयस 29 रन और अश्विन 42 रन बनाकर नाबाद रहे. जीत के साथ ही श्रेयस और अश्विन ने 1994 में बने एक पाकिस्तानी रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया.

असल में श्रेयस और अश्विन की 71 रनों की नाबाद साझेदारी टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथी पारी में सफल रनचेज में आठवें विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप है.

पाकिस्तान का रिकॉर्ड भी तोड़ा

अय्यर और अश्विन से पहले ये रिकॉर्ड पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज इंजमाम उल हक और राशिद लतीफ के नाम था. दोनों ने 1994 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कराची टेस्ट में आठवें विकेट के लिए 52 रन जोड़े थे. पाकिस्तान ने इस टेस्ट में 314 रन के लक्ष्य को सिर्फ 1 विकेट शेष रहते हासिल किया था और जीत दर्ज की थी.