छत्तीसगढ़

सचिन तेंदुलकर तकनीक के धनी थे, जो उन्‍हें सबसे अलग बनाती थी, ब्रायन लारा ने जमकर की तारीफ

नई दिल्‍ली। वेस्‍टइंडीज के महान बल्‍लेबाज ब्रायन लारा से हाल ही में फॉक्‍स स्‍पोर्ट्स ने पूछा कि अपने समय में किन सर्वश्रेष्‍ठ गेंदबाजों और बल्‍लेबाजों को देखा। लारा ने महान भारतीय बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर की जमकर तारीफ की।

लारा ने कहा, ‘निश्चित ही सचिन तेंदुलकर। मैं सचिन से पहले भारतीय बल्‍लेबाजी के बारे में बात नहीं करूंगा क्‍योंकि उनके पास सुनील गावस्‍कर और मोहम्‍मद अजहरुद्दीन जैसे खिलाड़ी थे। मगर जब आप भारत में भारतीय खिलाड़ी की बात करते हैं तो आपके खिलाफ रन बनाने वाले कई बल्‍लेबाज हैं।’

लारा ने आगे कहा, ‘जब भारतीय बल्‍लेबाज देश से बाहर खेलता है तो उसे परिस्थितियों में ढलकर खेलने में परेशानी होती है। यह पहली बात मैंने सचिन तेंदुलकर के साथ देखी थी कि ये मायने नहीं रखता कि आप उन्‍हें कहां ले जाएं। यह मायने नहीं रखता कि तेज गेंदबाज है या स्पिनर। उनके पास तकनीक ऐसी थी कि वो सबकुछ संभालने की क्षमता रखते थे।’

पूर्व कैरेबियाई कप्‍तान ने कहा, ‘मेरे ख्‍याल से भारतीय जनता ने इसे पहचान लिया। उन्‍हें पता था कि ये ऐसा शख्‍स है जो हर परिस्थिति में खड़ा रहेगा। मेरे ख्‍याल से सचिन का पहला मैच पाकिस्‍तान के खिलाफ था। पहले ही दौरे पर उन्‍हें नाक में चोट लगी। उनकी नाक से खून बह रहा था। मगर वो खड़े हुए और बल्‍लेबाजी करने लगे। ऐसे में कई बल्‍लेबाज पवेलियन लौटकर अपना इलाज कराने जाते। सचिन तेंदुलकर ने दिखाया कि उनमें गुण हैं। इसके अलावा वो प्रतिभाशाली हैं। उनकी काबिलियत और उनकी तकनीक तो एकदम परफेक्‍ट है। 25 साल अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में बिताना विशेष है।’

स्पिनर्स के बारे में बात करते हुए लारा ने श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन और ऑस्‍ट्रेलिया के शेन वॉर्न का नाम लिया। उन्‍होंने कहा, ‘मुरली ने मेरे लिए परेशानी खड़ी की। मैंने उनके खिलाफ काफी रन भी बनाए, लेकिन वो काफी चतुर स्पिनर थे। वहीं शेन वॉर्न इसलिए महान बने क्‍योंकि वो ऑस्‍ट्रेलियाई परिस्थितियों में स्पिनर थे। शेन वॉर्न हर परिस्थिति में माहिर गेंदबाज थे। वो निश्चित ही मेरे नंबर-1 स्पिनर हैं, जिसके खिलाफ मैंने खेला। वो मानसिक रूप से किसी और से बहुत मजबूत थे।’