छत्तीसगढ़

जांजगीर: आंखों का इलाज नहीं करा सका तो दे दी जान, घर के आंगन में फांसी पर लटका मिला शव

जांजगीर। जांजगीर-चांपा जिले में एक अधेड़ ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसका शव घर के आंगन में म्यार से लटक रहा था। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। बताया जा रहा है कि अधेड़ को मोतियाबिंद था। वह आंखों का इलाज नहीं करा पा रहा था। इससे परेशान होकर उसने जान दे दी। मामला नवागढ़ थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, मिस्दा गांव निवासी संतोष देवांगन (50) की पत्नी की 20 साल पहले ही मौत हो चुकी है। उसकी एक बेटी है, जिसकी शादी करीब दो साल पहले कर दी थी। इसके बाद संतोष घर पर अकेला रहता था और रोजी-मजदूरी करता था। संतोष ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रविवार को पड़ोसियों ने आंगन में शव लटका देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि संतोष देवांगन को मोतियाबिंद था। उसका इलाज नहीं होने पर वह मजदूरी नहीं कर पा रहा था। काफी परेशानी होती थी। आशंका है कि इलाज नहीं हो पाने के कारण उसने फांसी लगाकर अपनी जान दी है। फिलहाल आसपास के लोगों और उसकी बेटी से पूछताछ कर रहे हैं। परिजनों के आने के बाद पंचनामा कार्रवाई कर शव उन्हें सौंप दिया जाएगा।