छत्तीसगढ़

भेंट मुलाकात : लोग हारते गए और दिल जीतते गए सीएम साहब…ननकीराम और सीएम की सियासत… नहीं बैठे ननकीराम बृजलाल को किया आगे… कुदमुरा में गजदर्शन !

कोरबा। कल जब प्रदेश के मुखिया की उड़न तश्तरी रामपुर विधानसभा के ग्राम चिर्रा में उतरी तो सरकार को देखने सुनने हजारों की संख्या में जनमानस उमड़ पड़ा । बच्चे उड़न खटोला देख रहे थे तो ग्रामीण आंखो में उम्मीद और विकास के सपने संजोए सीएम से सौगातों की बाट जोह रहे थे । कई दिनों से इस भेंट मुलाकात को सफल बनाने में जुटी शासन – प्रशासन की टीम ने भी कार्यक्रम की सफलता में कोई कसर नहीं छोड़ी । खुद कलेक्टर अपनी टीम के साथ दिन रात जन समस्याओं के हर संभव निराकरण और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पसीना बहाते रहे। चिर्रा उतरे सीएम भूपेश बघेल भी चित परिचित छत्तीसगढ़िया अंदाज में नजर आए । सरकार भूपेश बघेल ने खुद सरकार की महत्वाकांक्षी योजना रीपा का निरीक्षण किया । साथ ही भेंट मुलाकात के लिए पहुंचे ग्रामीणों से आत्मीयता पूर्वक रूबरू होते हुए प्रशासन को त्वरित निर्देश देते नजर आए। सबकी सुनते सबसे बतियाते सीएम लोगों का दिल जीतते गए और लोग हारते गए ! सीएम ने ग्रामीण सुभाष चंद्र राठिया के घर पहुंचकर भोजन ग्रहण किया और उनकी होनहार बेटी को लैपटॉप भी भेंट किया ! बस फिर क्या था जब पूरी की पूरी सरकार खुद चलकर आपके दरवाजे खड़ी हों और जमीन पर बैठकर आपका भोजन ग्रहण करे तो खुशी का आलम क्या होगा, वैसे ही गरीब किसान की खुशी का कोई थाह नहीं था ! किसान सुभाष चंद्र राठिया और उसके परिवार को अभी तक विश्वास ही नहीं हो रहा कि गरीब के झोपड़े में सरकार आए थे ! भेंट मुलाकात कार्यक्रम में उन्होंने सड़क, हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी, नवीन धान खरीदी केंद्र सहित विकास का पिटारा ही खोल दिया । जिसने जो मांगा सीएम ने देने में देरी नहीं की ! बस फिर क्या था कार्यक्रम के बाद लोग बोल रहे थे की
एक दिल है साहब…आप कितनी बार जीतोगे !

सीएम को बार- बार याद आए ननकीराम :

जिला प्रशासन भेंट मुलाकात कार्यक्रम के लिए जी जान से जुटा था, लेकिन ना जाने प्रशासन से कैसे यह चूक हो गई कि, रामपुर के भाजपा विधायक ननकीराम को यथा समय कार्यक्रम का न्यौता नहीं पहुंचा । प्रोटोकॉल से वंचित हुए ननकीराम बिफर पड़े, क्रुद्ध हो गए ! फिर क्या था जैसे इसकी खबर जिले के मुखिया तक पहुंची पूरा प्रशासन सकते में आ गया । आनन – फानन में ननकी राम की मान मनौव्वल कर न्यौता पहुंचाया गया । लेकिन तब तक ननकीराम जनता के बीच बैठने का मन बना चुके थे । जैसे ही सीएम चिर्रा पहुंचे उन्होंने कई बार ननकीराम को याद किया ! फिर क्या था बार बार सीएम ननकीराम को पूछते रहे और प्रशासन के तोते उड़ते रहे ! ननकीराम को मनाने खोज खबर लेने का सिलसिला पूरे कार्यक्रम भर चलता रहा । बाद में ननकी राम से सीएम से कुदमुरा रेस्ट हाउस में मुलाकात की जहां उनके साथ उनकी धर्मपत्नी शकुंतला कंवर, पुत्र संदीप कंवर साथ थे ।

नहीं बैठे ननकीराम, बृजलाल को किया आगे :

जब सीएम भूपेश बघेल का काफिला कुदमुरा स्थित रेस्ट हाउस गजदर्शन पहुंचा वहां सीएम द्वारा ठाकुर देव की पूजा अर्चना का कार्यक्रम निर्धारित था तब सीएम ने बार बार ननकीराम को साथ बैठने के लिए कहा ! लेकिन ननकीराम बचते रहे। उन्होंने अपने समर्थक एवं कुदमुरा के सरपंच बृजलाल को सीएम के साथ पूजा में साथ बैठने के लिए आगे कर दिया । कहा मैं क्षेत्र की समस्या लेकर आया हूं, यह कहकर खड़े रहे। उन्होंने सीएम को सम्मान दिया, लेकिन तटस्थ नजर आए। इस सियासत को लोग सीएम के उस बयान से जोड़कर देख रहे हैं जिसमें सीएम ने ननकीराम के कांग्रेस में आने पर उनका स्वागत है कहा था ! जिसके बाद ननकी राम इससे साफ तौर पर किनारा करते दिखे। और शाम होते होते स्पष्ट कर दिया की वो जनसंघी थे… हैं… और रहेंगे !!
दोनों सियासी उठापटक के महारथी हैं, ऐसे में राजनीति और सियासत साथ साथ देखने को मिली !