छत्तीसगढ़

दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद को भारत को सौंपने के सवाल पर पाकिस्तान ने साधी चुप्पी

नई दिल्ली। दिल्ली में इंटरपोल की 90वीं महासभा में अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहिम और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद को भारत को सौंपने के सवाल पर पाकिस्तान ने जवाब देने से इनकार कर दिया। आज दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रही इंटरपोल की बैठक में जब पाकिस्तान के संघीय जांच एजेंसी (FIA) के महानिदेशक मोहसिन बट से सवाल किया गया कि क्या वे अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहिम और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद को भारत को सौंप देंगे, इस पर उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया।

दाऊद और हाफिज पर टिप्पणी करने से इनकार

बता दें कि अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहिम और 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद दोनों कुख्यात आतंकी है और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल हैं। FIA महानिदेशक मोहसिन बट ने दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद के ठिकाने पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। माना जाता है कि इन दोनों मोस्ट वांटेड आतंकियों को पाकिस्तान ने शरण दी है।

महासभा में 195 देशों के प्रतिनिधि शामिल

बता दें कि इस महासभा में 195 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इन प्रतिनिधियों में सदस्य देशों के मंत्री, पुलिस प्रमुख, केंद्रीय ब्यूरो के प्रमुख और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल है। जानकारी के अनुसार, महासभा की बैठक यहां 18 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक चलेगी। महासभा, इंटरपोल का सर्वोच्च शासी निकाय है और साल में इसकी एक बार बैठक होती है। इस बैठक में इंटरपोल के कामकाज की समीक्षा की जाती है और महत्वपूर्ण फैसले भी लिए जाते हैं। बैठक में वित्तीय अपराधों और भ्रष्टाचार के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी।

भारत में 25 साल बाद इंटरपोल महासभा की बैठक

भारत में इंटरपोल महासभा की बैठक 25 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है। पिछली बार भारत में यह महासभा 1997 में हुई थी। भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर इस बार की महासभा का आयोजन नयी दिल्ली में करने का विशेष मौका दिया गया है। महासभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, इंटरपोल के अध्यक्ष अहमद नासर अल रईसी और उसके महासचिव महासचिव जुर्गन स्टॉक भी मौजूद थे।