छत्तीसगढ़

डेंगू का कहर: डॉक्टरों और पैरा-मेडिकल स्टाफ की छुट्टी रद्द, 19 दिन में 800 से ज्यादा केस

नईदिल्ली I त्योहारी सीजन के आते ही उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को राज्य के सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां कैंसिल कर दी है. बताया जा रहा है कि डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला सरकार ने लिया है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि डेंगू के प्रसार से बचने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं. पिछले साल की तुलना में मामले कम हैं. अस्पतालों में बेड रिजर्व हैं और पर्याप्त प्लेटलेट्स की तैयारी की जा रही है. सभी सरकारी डॉक्टरों और स्वास्थ्य से जुड़े लोगों की छुट्टियां कैंसिल की गई है.

मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, इससे पहले यानी 14 अक्टूबर को केंद्र ने फिरोजाबाद, आगरा और इटावा जिलों में डेंगू प्रबंधन के उपाय करने के लिए राज्य के अधिकारियों के सहयोग से उत्तर प्रदेश में छह सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम को तैनात की थी. टीम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र और डॉ. आरएमएल अस्पताल, नई दिल्ली के विशेषज्ञ शामिल हैं.

जनवरी से सितंबर के बीच 2,103 केस

मंत्रालय ने कहा था कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने फिरोजाबाद, आगरा और इटावा जिलों में डेंगू प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए उत्तर प्रदेश में एक उच्च स्तरीय बहु-अनुशासनात्मक टीम की प्रतिनियुक्ति करने का निर्णय लिया है.

राज्य में अब तक डेंगू के तीन हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. इस महीने की शुरुआत में, विशेषज्ञों ने कहा था कि आने वाले दिनों में मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल स्थानों की संख्या में वृद्धि के कारण मामलों की संख्या बढ़ सकती है. इस साल जनवरी से सितंबर के बीच राज्य में डेंगू के 2,103 मामले सामने आए हैं. इससे साफ जाहिर है कि 19 अक्टूबर तक 897 नए डेंगू के केस सामने आए हैं. इस बीच, दिल्ली में भी 6 से 12 अक्टूबर तक 314 डेंगू के मामले दर्ज किए गए हैं. जिनमें सालाना संख्या 1,572 है.