
रायपुर। छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री राकेश पांडेय द्वारा पदभार ग्रहण पश्चात दिनांक 21.04.2025 को कंकाली पारा स्थित गाँधी भवन छ.ग. खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड मुख्यालय द्वारा संचालित कार्य योजना का अवलोकन किया गया है। उनके द्वारा बोर्ड में कार्यरत सभी अधिकारी / कर्मचारियों की समीक्षा बैठक ली गई जिसमें मुख्यमंत्री जी की मंशा अनुरूप खादी एवं ग्रामोद्योग के कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने की दिशा में खादी वस्त्रों के ऑनलाइन और ऑफलाईन माध्यमों से अधिक से अधिक प्रचार – प्रसार में जोर देने हेतु निर्देशित किया गया ताकि खादी वस्त्रों के प्रति लोगों का झुकाव और अधिक बढ़े और वो अपनी पुरानी संस्कृति की ओर आकर्षित हों ।

साथ ही उन्होंने कहा कि खादी का नाम लेते ही पूज्य बापू जी का स्मरण होने लगता है। गांधी जी ने स्वयं खादी को अपनाकर तथा चरखा चलाकर हर व्यक्ति को स्व-रोजगार से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इसके माध्यम से संदेश दिया कि स्वावलंबी बनने के लिए हर व्यक्ति के हाथ में काम होना चाहिए। उनके इस संदेश में पवित्रता, स्वावलंबन तथा आत्मविश्वास के भाव स्वतः प्रस्फुटित होते हैं । यही भाव हमारे प्रधानमंत्री जी का भी है जिसमे उन्होंने हमेशा लोकल फॉर ओकल पर जोर दिया है।

इसी का अनुसरण करते हुए छत्तीसगढ़ में ग्रामोद्योग स्तर पर संचालित PMEGP (प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम ) एवं CMEGP (मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम ) योजनओं के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलो में अधिक से अधिक उद्योग स्थापित कर ग्रामीण अंचलो में रोजगार के अवसर प्रदान कर गरीब, मजदूर, किसान सहित हर वर्ग के व्यक्ति की उन्नति के लिए जन कल्याणकारी कार्यक्रमों का संचालन कर उन्हें भरपूर लाभ दिलाने हेतु निर्देशित किया गया है। साथ ही उन्होंने वर्तमान परिवेश अनुसार डिजिटलाईजेशन एवं नवाचार को आगे बढ़ाने हेतु छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के वेबसाइट को और अधिक आकर्षित बनाने के निर्देश दिए हैं।
श्री पांडेय द्वारा बोर्ड में कार्यरत अधिकारियों / कर्मचारियों को कार्य के प्रति संवेदनशील और अनुशासनात्मक रहने हेतु निर्देशित किया गया जिससे आगामी लक्ष्यों को और तेजी से प्राप्त किया जा सके l श्री पांडेय द्वारा यह भी कहा गया की बोर्ड भवन जिस भूमि में स्थापित हुआ है वह एक ऐतिहासिक भूमि है जंहा महात्मा गाँधी जी का पद चरण दो बार यहाँ स्पर्श हुए हैं l इसकी गरिमा एवं उनके द्वारा खादी वस्त्र एवं ग्रामोद्योग को आगे ले जाने का जो सपना संजोये थे उसको हम अपनी पूरी शक्ति के साथ एक परिवार के रूप में पूरा करने का प्रयास करेंगे l