छत्तीसगढ़

घूसखोरी के आरोपी DSP को सिपाही के पद पर किया डिमोट, CM योगी ने लिया कड़ा एक्शन

नईदिल्ली I घूसखोरी के आरोपी डिप्टी एसपी पर सीएम योगी ने सख़्त कार्यवाई की है. सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए योगी सरकार ने आरोपी डीएसपी विद्या किशोर शर्मा को मूल पद बदलने का फैसला लिया है. सरकार के फैसले के अनुसार, डीएसपी शर्मा को सिपाही के पद पर तैनात किया जाएगा. रामपुर में डीएसपी रहते हुए शर्मा पर घूसखोरी का आरोप लगा था. रिपोर्ट के अनुसार, डिप्टी एसपी विद्या किशोर शर्मा को 2021 में रामपुर में पोस्टेड किया गया था, जहां उन पर रिश्वत लेने का आरोप लगा था. जांच में पाया गया कि विद्या किशोर शर्मा ने रिश्वत ली थी, इसके बाद सीएम योगी ने कड़ा एक्शन लेते हुए डीएसपी को सिपाही बनाने के आदेश दिए.

पुलिस जांच में सही पाए गए आरोप

गृह विभाग की ओर से ट्वीट कर दी गई जानकारी के अनुसार रामपुर सदर के तत्कालीन डीएसपी विद्या किशोर शर्मा को रिश्वत लेने के आरोप में उनके मूल पद पर वापस भेजा गया है. विद्या किशोर शर्मा पर रामपुर में पोस्टिंग के दौरान रिश्वत लेने का आरोप लगा था. जांच के बाद आरोप सही पाए जाने पर यूपी के गृह विभाग की ओर से कार्रवाई की गई है.

रेप केस में पांच लाख की घूस, क्या है पूरा मामला

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीओ विद्या किशोर शर्मा पर 2021 में रामपुर में तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे. तब एक महिला ने आरोप लगाया था कि स्वामी विवेकानंद अस्पताल के संचालक विनोद यादव और तत्कालीन इंस्पेक्टर रामवीर यादव ने उसके साथ गैंगरेप किया, महिला ने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस मामले में पांच लाख की घूस लेते हुए सीओ विद्या किशोर का एक वीडियो पुलिस के आला अधिकारियों के संज्ञान में आया. इसके बाद आरोपी इंस्पेक्टर रामवीर यादव और अस्पताल संचालक विनोद यादव पर एफआईआर दर्ज हुई.

कार्रवाई के दौरान तत्कालीन सीओ को सस्पेंड कर दिया गया. इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर शासन ने पूरे मामले की जांच एएसपी मुरादाबाद को सौंपी. जांच में सीओ पर भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए और सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई करते हुए डिप्टी एसपी को मूल पद सिपाही बनाने के आदेश दिए.