छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: भैंस के आगे बीन बजाकर अनोखा विरोध, शराब दुकान हटाने को लेकर बीजेपी ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस सरकार को याद दिलाई शराबबंदी की शपथ

भैंस के आगे बीन बजाकर किया प्रदर्शन - Dainik Bhaskar

भिलाई नगर निगम के पार्षद व भाजपा नेता पीयूष मिश्रा पिछले 86 दिनों से शराब दुकान हटाने को लेकर धरने पर बैठे हैं। इसके बाद भी जब शराब दुकान नहीं हटी तो उन्होंने भैंस के आगे बीन बजाकर अनोखा प्रदर्शन किया। धरना स्थल से रैली निकाल कर वह लोग छावनी थाने गए। वहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

पीयूष मिश्रा ने बताया कि नंदिनी रोड में स्थित अंग्रेजी और देशी शराब दुकान हटाना बहुत जरूरी है। यहां आए दिन सड़क दुर्घटना, मारपीट, चाकूबाजी, उठाईगिरी और महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं हो रही है। पुलिस इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। इसलिए उनकी मांग है कि इन दोनों शराब दुकान को मुख्य मार्ग से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। पीयूष मिश्रा ने आरोप लगाया कि नंदिनी रोड स्थित दोनों दुकान और एक बार कांग्रेस विधायक का है। उनकी पहुंच के चलते प्रस्ताव पास होने के बाद भी शराब दुकान यहां से नहीं हट रही है। वह इस मांग को लेकर पिछले 86 दिनों से धरने पर बैठे हैं। शासन प्रशासन के लोग इसके बाद भी सोए हुए हैं। इसलिए वे “भैंस के आगे बीन बाजे, भैंस बैठे पगुराय” वाली कहावत को चरितार्थ करते भैंस के आगे बीन बजाकर अनोखा प्रदर्शन कर रहे हैं।

रैली में बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग व महिलाएं

रैली में मोहल्ले के लोग व व्यापारी शामिल रहे
शराब दुकान हटाने को लेकर किए गए इस विरोध प्रदर्शन में नंदिनी रोड के आसपास मोहल्ले में रहने वाली महिलाएं, लोग, व्यापारी भाजपा नेता बड़ी संख्या में मौजूद रहे। उन्होंने भैंस के चेहरे पर भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मुखौटा लगाया था। इसके सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए भैंसों को नंदिनी रोड में घुमाया।

छावनी थाने के एएसआई को ज्ञापन देते भाजपा नेता

छावनी पुलिस को दी चेतावनी
ज्ञापन देते समय पीयूष मिश्रा ने छावनी पुलिस को चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा यदि कल से पुलिस के दो सिपाही वहां ड्यूटी पर रहे और फिर से इस तरह की घटना घटी वो इस धरना प्रदर्शन का स्थान बदलकर छावनी थाने के सामने मैदान में रख लेंगे।

सभा आयोजित कर दिलाई गंगाजल लेकर खाई कसम की याद
प्रदर्शन के दौरान धरना स्थल पर सभा का आयोजन भी किया गया। मंच से बोलकर उन्होंने कांग्रेस सरकार को याद दिलाया कि विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने गंगा जल लेकर शपथ ली थी कि राज्य में पूर्ण शराब बंदी होगी, लेकिन जीतते ही वो अपनी कसम को भूल गए। उन्होंने शराब बंदी तो दूर और अधिक शराब दुकानें खोलकर उनके बेचने के समय को भी बढ़ा दिया।