छत्तीसगढ़

IND vs BAN Analysis: पुछल्ले बल्लेबाजों को नहीं कर पा रहे आउट, शीर्ष क्रम भी फेल, क्या ऐसे जीतेंगे विश्व कप?

नईदिल्ली I एक और सीरीज में टीम इंडिया को हार मिली है। टी20 विश्व कप के न्यूजीलैंड में वनडे सीरीज गंवाने के बाद अब बांग्लादेश में भारतीय टीम को शिकस्त मिली है। बांग्लादेश ने लगातार दो वनडे मैचों में हराकर सीरीज को अपने नाम कर लिया है। उसने लगातार दूसरी बार टीम इंडिया को द्विपक्षीय वनडे सीरीज में हराया है। पिछली बार 2015 में भारत हारा था। उस समय महेंद्र सिंह धोनी कप्तान थे। पहले मैच की तरह ही इस मैच में भी गेंदबाजों ने शुरुआती ओवरों में शानदार प्रदर्शन किया और अंत में बेदम साबित हुए।

पहले वनडे में भारत ने 186 रन बनाए थे। 187 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेशी टीम के 139 रन पर नौ विकेट गिर गए थे। वहां से मेहदी हसन मिराज ने मुस्तफिजुर रहमान के साथ मिलकर 10वें विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी की और टीम को जीत दिला दी। दूसरे वनडे में भी कुछ ऐसा ही हुआ। बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 69 रन पर छह विकेट गंवा दिए। यहां से उसके लिए 150 रन बनाने भी मुश्किल थे, लेकिन टीम इंडिया के गेंदबाजों ने एक बार फिर से उन्हें छूट दी। इसका बांग्लादेशी बल्लेबाजों ने फायदा उठाया और 271 रन बना लिए।

बल्लेबाजों में निरंतरता की कमी
सिर्फ गेंदबाजों की बात नहीं है। बल्लेबाजी में भी निरंतरता की कमी थी। पहले वनडे में शीर्ष चार बल्लेबाज फेल हो गए थे। रोहित शर्मा 27, श्रेयस अय्यर 24, विराट कोहली नौ और शिखर धवन सात रन बनाकर आउट हो गए थे। दूसरे वनडे में भी कुछ नहीं बदला। शुरू के चार में से तीन बल्लेबाजों ने निराश किया। इस मैच में चोटिल रोहित शर्मा की जगह विराट कोहली ओपनिंग करने आए और पांच रन बनाकर आउट हो गए। धवन आठ और प्रयोग के तौर पर चौथे स्थान पर भेजे गए वॉशिंगटन सुंदर 11 रन बनाकर आउट हुए।

पहले वनडे में केएल राहुल तो दूसरे वनडे में श्रेयस अय्यर ने टीम इंडिया की इज्जत बचाई। रोहित शर्मा चोटिल होने के बावजूद दूसरे मुकाबले में बल्लेबाजी करने आए। नौवें नंबर पर उन्होंने नाबाद 51 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए। भारतीय बल्लेबाज टुकड़ों में अच्छा खेल दिखा रहे हैं। यह टीम के लिए ठीक नहीं है।

कब तक करेंगे प्रयोग?
इस सीरीज के लिए सूर्यकुमार यादव को आराम दिया गया है। केएल राहुल से विकेटकीपिंग कराई जा रही है। वॉशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल पर भरोसा दिखाया जा रहा है। अगले साल होने वाले विश्व कप में अब ज्यादा समय नहीं है। टीम इंडिया के खिलाड़ियों को बीच में आईपीएल में भी हिस्सा लेना है। दूसरी टीमें अपनी टीम में ज्यादा बदलाव नहीं कर रही हैं। भारत ने टी20 विश्व कप से पहले भी इसी तरह लगातार प्रयोग किए थे। अब वनडे विश्व कप से भी पहले उसी तरह हो रहा है। अगर ऐसा रहा तो टीम इंडिया के लिए घर में विश्व कप को जीतना मुश्किल होगा।

कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ को अपने 20-25 खिलाड़ी तय कर लेने होंगे। तकरीबन हर सीरीज में कोई न कोई खिलाड़ी डेब्यू कर रहा है। टीम में स्थायित्व की कमी है। कप्तान और कोच को टीम में निरंतरता लानी होगी। साथ ही बोर्ड को भी इस बारे में बात करना होगा।