छत्तीसगढ़

शराब पीकर लोग मर जाएंगे और हम मुआवजा देंगे? सवाल ही पैदा नहीं होता-नीतीश कुमार

पटना I बिहार के छपरा में जहरीली शराबकांड में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है. अबतक 53 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई लोगों के आंखों की रोशनी भी चली गई है. इस बीच, इस पूरे मामले पर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शराब से मौत पर मुआवजा नहीं है. उन्होंने दोबारा कहा कि जो शराब पियेगा, वह मरेगा ही.

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि शराब पीकर लोग मर जाएंगे और हम मुआवजा देंगे? सवाल ही पैदा नहीं होता. बता दें कि बीजेपी के नेता शराब से मौत के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार बता रहे हैं और उनसे लगातार इस्तीफे की मांग पर कर रही है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि सांसों का सौदा करते हुए सत्ता के सौदागर के पास सहानुभूति का एक शब्द नहीं है. सत्ता के लिए नीतीश कुमार अंधे-बहरे हो गए हैं और आरजेडी के साथी गूंगे हो गए हैं.

12 दिसंबर को हुई थी शराब पार्टी

छपरा के मसरख के हनुमानगंज में 12 दिसंबर को शराब पार्टी हुई थी, इसमें 50 से ज्यादा लोगों ने जमकर शराब पी थी. शराब पार्टी के बाद लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद से अबतक 53 लोगों की मौत हो गई है.वहीं, बिहार विधानसभा में इसको लेकर खूब हंगामा हो रहा है. विपक्ष नीतीश के इस्तीफे की मांग कर रहा है. इसी दौरान, वहीं सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि दो टूक जवाब दिया है जो पिएगा वह मरेगा.

नित्यानंद राय ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना

मंत्री नित्यानंद राय ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि नीतीश कुमार राज्य में शराबबंदी की असफलता छुपा रहे हैं. सीएम ने बिहार में शराबबंदी लागू तो कर दी, लेकिन असल में वो नहीं चाहते कि बिहार में पूर्ण रूप से शराब बैन हो. वहीं, प्रशांत किशोर ने शराबबंदी को एक विफल योजना बनाते हुए 48 घंटे के भीतर रद्द करने की मांग की है.साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा कि लोगों को बीजेपी से सवाल पूछना चाहिए की जब आप सरकार में थे आपने शराबबंदी के लिए हटाने के लिए क्या काम किया.