छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : कोरोना से बचाव के लिए हम कितने तैयार, 85 वेंटिलेटर,40 एचएफएनसी,20 बाईपैप का 3 माह से उपयोग नहीं, कोविड अस्पताल में भी लटका ताला

रायपुर I विदेशों में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या ने एक बार फिर ट्विनसिटी सहित पूरे प्रदेश के भयभीत कर दिया है। चौथी लहर की आशंका में हर्ड इम्युनिटी से लेकर चपेट में आने वालों के इलाज के इंतजामों को लेकर अपडेट लिया जाना शुरू कर दिया गया है। दो दिन पहले भारत सरकार से जारी अलर्ट के बाद तैयारियों की पड़ताल की गई I

दुर्ग जिले में कोरोना की चौथी लहर से लड़ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की जानकारी जुटाई। इसमें चौथी लहर से लड़ने जिले में 85 वेंटिलेटर, 40 एचएनएनसी, 20 बाई पैप और टाउनशिप में 100 बेड का कोविड अस्पताल तैयार किया गया है, लेकिन तीसरी लहर में भर्ती लायक मरीजों की संख्या कम होने से सब बंद पड़े हैं।

संचालनालय से जारी शेड्यूल के तहत एक भी मशीन रोटेशन के आधार पर संचालित नहीं की जा रही है। यहां तक की जिले के सात अस्पतालों में पीएमओ और राज्य के सीजीएमएससी से मिले ऑक्सीजन प्लांट को इंस्टॉल करा दिया गया है लेकिन समाज सेवी संस्था से दान में मिला ऑक्सीजन प्लांट अभी भी पैक का पैक पड़ा है। अन्य का उपयोग नहीं हो रहा है।

एयरपोर्ट पर हर चौथे यात्री की जांच भी शुरू

चौथी लहर से बचाव के लिए सभी प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। केंद्र सरकार के निर्देश के क्रम में एयरपोर्ट पर सैंपलिंग शुरू करा दी गई है। विदेशों से आने वाले हर चौथे यात्री का सैंपल लिए जा रहा है। इसमें 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को छूट दी गई है। सभी यात्रियों को डाटा भी संकलित कर रहे हैं। प्रदेश में कोरोना के नए स्ट्रेट बीएफ-7 का अभी एक भी केस नहीं मिला है।

जबकि निजी अस्पतालों ने अपने यहां बेड रिजर्व किए

चौथी लहर की आहट से सरकारी सेटअप में अब तक हलचल भले न दिखाई दे रही हो, निजी सेटअप तैयारियों में जुट गए हैं। चौथी लहर से संबंधित हर आउटब्रेक पर उनकी नजर बनी हुई है। स्पर्श, बीएम शाह, एसआर, हाईटेक और मित्तल अस्पताल ने अपने यहां कोविड मरीजों के लिए अभी से बेड रिजर्व कर दिए हैं। बताया गया कि सबने 25 प्रतिशत बेड कोविड के लिए रिजर्व कर दिया है।

जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए 4 सैंपल ओडिशा भेजा गया

चौथी लहर की आहट मिलने लगी है। दुर्भाग्य यह कि एम्स में संचालित जीनोम सिक्वेंसिंग की प्रदेश में एक मात्र लैब खराब हो गई है। ऐसे में दो दिन में मिले दोनों कोरोना पॉजीटिव का सैंपल ओडिसा भेजा गया है। नई गाइड लाइन की तहत वायरस की पहचान के लिए कोरोना के ज्यादा से ज्यादा नए मरीजों के सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने हैं। प्रदेश में नए मरीजों की संख्या बहुत कम है, इसलिए सभी की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जा रही है। इधर शुक्रवार को कोरोना का 1 मरीज भी मिल है।

वायरस कोई भी एसएमएस व वैक्सीनेशन ही बचाव

वॉयरस कोई भी हो एसएमएस यानी की सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क यूज, सैनिटाइजेशन और वैक्सीनेशन ही बचाव है। अब तक की लहरों में इन्हीं चारों को अपनाकर प्रदेशवासियों ने वायरस से खुद और अपनों का बचाव किया है। विदेशों में जितना तेजी से कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं, उससे चौथी लहर की आशंका बन रही है। ऐसे में हमने सभी सीएमएचओ को अलर्ट हो जाने के निर्देश दिए हैं।
– डॉ. सुभाष मिश्रा, अधिकारी छग

छूटे लोगों का वैक्सीनेशन करा रहे, शीघ्र ही मॉक ड्रिल

कोरोना की चौथी लहर से बचाव के लिए हमने वैक्सीन की सभी तीनों डोज से वंचित लोगों का कम्पलीट वैक्सीनेशन कराने बोला है। टाउनशिप में बने जंबो कोविड अस्पताल को पुन: अपडेट करने निर्देश दे दिए हैं। इसके लिए शीघ्र ही मॉक ड्रिल करने भी प्लानिंग की है। तैयारियों में हम अलग-अलग अस्पतालों को दिए गए इक्यूपमेंट के रख-रखाव व संचालन का अपडेट भी ले रहे हैं।
-डॉ. जेपी मेश्राम, सीएमएचओ दुर्ग