छत्तीसगढ़

4 घंटे में 2 बार दूध पी चुका है बोरवेल में गिरा मासूम, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

हापुड़। थाना देहात क्षेत्र के मोहल्ला कोटला सादात में रहने वाले मोहसिन और समरीन का चार वर्षीय बच्चा मुआविया नगरपालिका के बोरवेल के गड्ढे में गिर गया। बच्चा दोपहर में करीब 12 बजकर 30 मिनट पर बोरवेल में गिरा है। इसकी खबर लगते ही जिला के पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।

मौके पर जुटा सरकारी अमला

सरकारी अमला रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंच गया। बच्चे को बोरवेल से निकालने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। टीम ने बच्चे को सुरक्षित किए जाने के लिए आक्सीजन की सप्लाई बोर में शुरू कर दी है। वहीं, रोशनी के लिए टार्च और कैमरे भी बोरवेल के अंदर पहुंचाए गए हैं।

बोरवेल से आ रही बच्चे के रोने की आवाज

प्रशासनिक अमला बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाने की कोशिश में लगा हुआ है। बच्चा बोलने पर सुनने में अक्षम है, लेकिन बोरवेल के गड्ढे से उसके रोने की आवाज आ रही है। बच्चे के करीब 50 फीट पर फंसे होने की बात सामने आ रही है। जिस बोरवेल में बच्चा गिरा है, वो करीब और ऊपर से डेढ़ फुट चौड़ा है।

जेसीबी से नहीं हो पा रही खुदाई

जेसीबी मशीन से खुदाई नहीं हो पा रही है। इसलिए पोकलेन मशीन बुलाई जा रही है। इधर घटना की सूचना मिलते ही एडीएम श्रद्धा शांडिल्ययायन, एसपी दीपक भूकर एएसपी मुकेश चंद्र मिश्र, एसडीएम सदर सुनीता सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी मनु शर्मा समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। बोरवेल के आसपास सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हो गए हैं।

नगरपालिका ने बंद नहीं कराया बोरवेल का गड्ढा

घटना को लेकर आसपास के लोगों ने बताया कि नगरपालिका की जगह में 50 फीट गहरा बोर हुआ था। बोर किए जाने के बाद उसका मुंह खुला छोड़ दिया गया था। कई बार मामले की शिकायत अधिकारियों से की गई, लेकिन अधिकारियों ने इसकी सुध नहीं ली। इस कारण बच्चा खेलते-खेलते बोर के पास पहुंच गया और अचानक उसके अंदर जा गिरा। स्वजन को जैसे ही इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने तुंरत इसकी सूचना पुलिस और जिला प्रशासन को दी। जिसके बाद प्रशासन भी तत्काल हरकत में आ गया। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम सहित एसडीआरएफ की टीम बालक का रेस्क्यू करने में जुटी हुई है।

कुत्ता के साथ खेल रहा था बच्चा

बता दें कि कुत्ता के साथ बच्चा खेल रहा था, तभी वह बोरवेल में गिर गया। वह लगभग तीन घंटे से सीधा बोरवेल में खड़ा हुआ है। बच्चे के लिए बोरवेल के अंदर दूध भेजा गया है। वहीं, सीएमओ ने सीएचसी में बच्चे के लिए इमरजेंसी वार्ड तैयार करने के निर्देश दिए है।

लोहे के रिंग से फंदा बनाकर निकालने का प्रयास

बोरवेल के पास अभी खुदाई का काम शुरू नहीं कराया गया है। लोहे के रिंग से फंदा बनाकर बाहर निकालने का प्रयास होगा। एनडीआरएफ की टीम बोरवेल के अंदर बार-बार रस्सी डाल रही है। इससे बच्चा डर रहा है। टीम का प्रयास ये है कि बच्चा रस्सी पकड़ ले तो हाथ में फंदा बांधकर ऊपर खींच लिया जाए।

दो बार दूध पी चुका है बच्चा 

बोरवेल के गड्ढे में बच्चे को गिरे हुए अब तक 4 घंटे हो चुके हैं। दो घंटे से एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू कर बच्चे को बाहर निकालने का प्रयास कर रही है। मगर अभी सफलता नहीं मिली है। रस्सी के जरिए दूध की बोतल बच्चे तक पहुंचाई गई है। दो बार वह दूध पी चुका है।