छत्तीसगढ़

वो भाव देने के लायक नहीं, पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बयान पर भड़के सुनील गावस्कर, भारतीय टीम को दी खास नसीहत

नई दिल्ली । इंडियन प्रीमियर लीग में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खेलने पर लगे प्रतिबंध को लेकर पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी आए दिन अपनी भड़ास निकालते रहते हैं। बता दें कि पाकिस्तानी खिलाड़ी भारतीय टीम को लेकर सोशल मीडिया पर कई अपमानजनक टिप्पणी देते रहते हैं।

इसी कड़ी में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदा कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने अनुचित टिप्पणियां करने वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर्स को जमकर लताड़ लगाई है। गावस्कर का मानना है कि आईपीएल में खेलने का मौका न मिलने की वजह से इन पाक खिलाड़ियों का दर्द कहीं-न-कहीं झलक आता है।

दरअसल, सोशल मीडिया पर रमीज राजा से लेकर शोएब अख्तर तक कोई भी भारत की बुराई करने के खुद को रोक नहीं पाता है। इसी कड़ी में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की टिप्पणियों को सुनकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर काफी गुस्से में नजर आए।

उन्होंने इस दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ियों को जमकर लताड़ा और कहा कि पाकिस्तानी खिलाड़ी ऐसा सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए करते हैं। भारत को इन क्रिकेटर्स के बयानों को नजरअंदाज करना चाहिए। खासतौर पर डिजिटल मीडिया को मेरी राय है कि इन क्रिकेटर्स के बयानों को नजरअंदाज करना चाहिए। इसके साथ ही गावस्कर ने कहा कि पूर्व पाकिस्तानी प्लेयर फॉलोअर हासिल करने के लिए यह सब करते हैं। उन्हें केवल लाइमलाइट में रहना पसंद है।

बता दें कि सुनील गावस्कर ने अपने बयान में आगे कहा,’खिलाड़ियों के बीच हमेशा झगड़ा चलता रहेगा. लेकिन गुस्सा और कई बार जुबानी अश्लील बातें बोलना अब पुरानी बातें हो गई हैं। आज अगर कोई इस तरह की समस्या होती है तो यह आमतौर पर उन खिलाड़ियों के बीच होती है जो आईपीएल नहीं खेलते हैं। और इसी वजह से जब वह भारत के खिलाफ खेलते हैं तो भारतीय खिलाड़ियों के प्रति उनका रवैया थोड़ा गुस्से वाला होता है। इनमें से कुछ को लगता है कि उनकी उपलब्धियां ऐसी हैं कि उन्हें भारतीय खिलाड़ियों से ज्यादा मिलना चाहिए जिन्हें आईपीएल के जरिए करोड़ों की कमाई होती है।’

गावस्कर ने कहा कि क्या आपने कभी किसी भारतीय खिलाड़ी को पहले या अभी सीमा पार के किसी खिलाड़ी को लेकर ऐसा बोलते हुए देखा है? स्वाभवाविक तौर पर इसको लेकर किसी को कोई परवाह नहीं है और इसी कारण हमारे खिलाड़ी कभी भी ऐसा नहीं करते दिखाई देते हैं और यह हमारी शैली भी नहीं है।