छत्तीसगढ़

AUS के खिलाफ केएल राहुल के न खेलने से क्यों खुश हैं कृष्णम्माचारी श्रीकांत? इंदौर पिच को लेकर पूर्व क्रिकेटर का फूटा गुस्सा

नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मुकाबले में पिच को लेकर खूब चर्चा हुई। आइसीसी ने इंदौर के होलकर स्टेडियम की पिच को ‘खराब’ करार दिया है।

आइसीसी के मैच रेफरी क्रिस ब्राड ने कहा है कि होलकर स्टेडियम की पिच बहुत सूखी थी। यहां गेंद और बल्ले के बीच संतुलन नहीं था। यह पिच शुरुआत से ही स्पिनरों को मदद कर रही थी। मैच की पांचवीं गेंद से ही पिच टूटने लगी थी और यह निरंतर टूटती जा रही थी। इस पर से तेज गेंदबाजों को कम या न के बराबर मदद मिल रही थी। पूरे मैच के दौरान असमान या बहुत ज्यादा उछाल मिल रहा था।

इंदौर पिच को लेकर श्रीकांत ने की टिप्पणी

भारत के पूर्व क्रिकेटर कृष्णम्माचारी श्रीकांत ने केएल राहुल के इंदौर टेस्ट में टीम में शामिल न किए जाने को लेकर दिलचस्प टिप्पणी की। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए कहा, ‘अगर केएल राहुल इंदौर टेस्ट खेलते और अच्छा परफॅार्म न करते तो शायद उनका करियर समाप्त हो सकता था।’

उन्होंने कहा कि जिस पिच पर विराट कोहली जैसे शानदार बल्लेबाजों को खेलने में परेशानी हो रही थी, उस पिच पर अगर केएल राहुल नहीं चलते तो उनकी परेशानी काफी बढ़ जाती।

केएल राहुल का श्रीकांत ने किया बचाव

उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले मुझे खुशी है कि केएल राहुल के इंदौर टेस्ट में टीम में शामिल नहीं किया गया। अगर वो इंदौर पिच पर फेल हो जाते तो उनका करियर समाप्त हो सकता था। अच्छा हुआ वो नहीं खेले।’ श्रीकांत ने आगे कहा कि इंदौर पिच पर दुनिया के किसी भी बल्लेबाज के लिए बैटिंग करना आसान नहीं था। इस पिच पर कोई भी बल्लेबाज रन नहीं बना सकता था। ऐसे पिच पर विकेट लेना कोई बड़ी बात नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मैं भी ऐसी पिच पर गेंदबाजी करता तो मैं भी कुछ विकेट ले लेता।

श्रीकांत ने इसके बाद इस सीरीज में बनाई गई पिचों को लेकर भारतीय क्रिकेट मैनेजमेंट को आड़े हाथों लिया। उन्होंने याद दिलाया कि 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रतियोगिता में, किसी भी पिच में टर्न नहीं था फिर भी भारत 2-0 के अंतर से जीता था। उन्होंने कहा कि टेस्ट मैचों के लिए इंदौर जैसी पिच सही नहीं है।