छत्तीसगढ़

PFI पर प्रतिबंध पर बोले लालू प्रसाद,सबसे पहले RSS हो बैन, संघ के समर्थन में भाजपा नेता

नई दिल्ली I पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ जिस तरह से देशभर में केंद्रींय एजेंसियों ने कार्रवाई की और इसके सैकड़ों कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया उसके बाद कई इस संगठन पर गृहमंत्रालय ने पाबंदी लगा दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पीएफआई पर पांच साल के लिए बैन लगा दिया है। पीएफआई के खिलाफ केंद्र सरकार की ओर से की गई कार्रवाई के बाद राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने मांग की है कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ पर सबसे पहले प्रतिबंध लगना चाहिए।

आरएसएस पर होना चाहिए बैन

लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आरएसएस हिंदू कट्टरपंथी संगठन है, इसे बैन करना चाहिए। दरअसल पत्रकारों ने जब लालू से पूछा कि क्या पीएफआई को बैन करना सही है, इसके जवाब में लालू प्रसाद यादव ने कहा कि ये लोग हमेशा पीएफआई का हौवा दिखाते हैं, लेकिन सबसे पहले आरएसएस पर बैन लगना चाहिए। बता दें कि लालू प्रसाद यादव दिल्ली में हैं। उनकी पार्टी में संगठन का चुनाव होना है, इसी सिलसिले में लालू दिल्ली पहुंचे हैं और इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से भी मुलाकात की।

2024 में भाजपा का होगा सफाया

क्या तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनना चाहिए इसपर लालू ने कहा कि बिल्कुल बनना चाहिए। जब लालू से पूछा गया कि क्या नीतीश को देश चलाना चाहिए और तेजस्वी को बिहार का मुख्यमंत्री बनना चाहिए तो लालू ने कहा कि सब लोग मिलकर संभालेंगे। लालू ने कहा कि भाजपा को बिल्कुल हराया जाता है. लोगों से बात हो रही है, सोनिया मैडम से बात हुई है। कांग्रेस बड़ी पार्टी है, हम उनसे भी बात कर रहे हैं। लालू ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया हो जाएगा। भाजपा आरएसएस का ही राजनीतिक संगठन है, जोकि देश की सत्ता में लगातार दूसरी बार काबिज हुई है।

भाजपा ने लालू पर बोला हमला

वहीं जिस तरह से लालू प्रसाद यादव ने आरएसएस पर हमला बोला है उसके बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उनपर पलटवार किया है। गिरिराज सिंह ने ट्वीट करके लिखा कि हमे आरएसएस का स्वयंसेवक होने पर गर्व है। क्या लालू यादव कह सकते हैं कि वह पीएफआई के सदस्य हैं। बिहार में उनकी सरकार है, हिम्मत है तो बिहार में आरएसएस को बैन कर दो। वहीं मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रवादी संगठन आरएसएस का स्वयंसेवक होने पर मुझे गर्व है। क्या दिग्विजय सिंह कह सकते हैं कि वह पीएफआई के सदस्य हैं। अगर नहीं कह सकते हैं तो पीएफआई और संघ की तुलना क्यों।