छत्तीसगढ़

Covovax Vaccine: कोरोना के खतरों के बीच अदार पूनावाला की कंपनी ने कोवैक्स बूस्टर डोज के लिए सरकार से मांगी इजाजत

नईदिल्ली I दुनिया भर में कोविड का नया वेरिएंट BF.7 लोगों को संक्रमित कर रहा है. भारत में भी इसके चार केस रिपोर्ट हुए हैं. सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने भारत सरकार के औषधि नियामक से कोवैक्स की एक खुराक वाली बूस्टर डोज को बाजार में उतारने के लिए मंजूरी मांगी है. आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि ये वैक्सीन कोविशील्ड/कोवैक्स की दो खुराक ले चुके वयस्कों के लिए बूस्टर डोज का काम करेगी. 

एसआईआई के सरकारी और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कोवैक्स की एक खुराक वाली बूस्टर डोज को बाजार में उतारने को मंजूरी देने का अनुरोध करने वाला आवेदन भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को सौंपा है.

सीरम की इन दवाओं को मंजूरी दे चुका है डीसीजीआई
सूत्रों की मानें तो ऐसी सूचना मिली है कि डीसीजीआई के कार्यालय ने सीरम इंस्टिट्यूट से कुछ सवाल पूछे हैं जिनका जवाब भेजने के साथ ही सिंह ने कोरोना वायरस के नये स्वरूप के सामने आने से उत्पन्न नये हालात का जिक्र भी किया.

डीसीजीआई ने सात से 11 साल आयुवर्ग के बच्चों के लिए कोवैक्स के आपात उपयोग को जून में मंजूरी दी थी. ऐसे ही डीसीजीआई ने वयस्कों के लिए कोवैक्स टीके के आपात उपयोग को 28 दिसंबर, 2021 को और 12 से 17 साल के किशोरों के लिए नौ मार्च को मंजूरी दी थी.

किस आधार पर किया जाता है टीके का उत्पादन?
कोवैक्स टीके का उत्पादन नोवावैक्स से प्राप्त प्रौद्योगिकी के आधार पर किया जाता है, जिसे यूरोपीय औषधि एजेंसी ने सशर्त बाजार में उतारने को मंजूरी दी है. 

भारत में क्या है कोविड की स्थिति?
भारत में कोविड परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि कई देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों के नमूने को जांचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. 

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने बुधवार को लोगों को टीका लेने तथा भीड़-भाड़ वाली जगह पर मास्क पहनने की सलाह दी है. उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की अपील की और स्पष्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के दिशा-निर्देशों में अब तक कोई बदलाव नहीं किया गया है. 

पहनना चाहिए मास्क
डॉ वीके पॉल ने कहा कि लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना चाहिए. जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है या बुजुर्ग हैं, उन्हें विशेष रूप से इसका पालन करना चाहिए.