छत्तीसगढ़

बिलासपुर : तेज रफ्तार ट्रेलर ने भाई-बहन को कुचला, नाबालिग लड़की की मौके पर मौत, युवक की हालत गंभीर; गुस्साए लोगों ने किया चक्काजाम

बिलासपुर। बिलासपुर में तेज रफ्तार ट्रेलर ने बाइक को टक्कर मार दी, जिससे 15 साल की लड़की की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बाइक सवार उसका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया है। इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने दो घंटे तक चक्काजाम कर दिया। मृतका के परिजन को मुआवजा राशि देने के बाद चक्काजाम खत्म हुआ। घटना सीपत थाना क्षेत्र की है।

मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम कर्रा निवासी संजय धनुहार (18) पढ़ाई छोड़कर रोजी-मजदूरी करता है। गुरुवार की सुबह वह नवमीं कक्षा में पढ़ने वाली अपनी बहन ईश्वरी (15) को बाइक में बैठाकर जयरामनगर के पास ग्राम तेंदुआ रिश्तेदारी में गया था। वहां से रिश्तेदारों से मिलने के बाद दोनों भाई-बहन बाइक में सवार होकर घर वापस जा रहे थे। घटना दोपहर करीब 3 बजे की है। बाइक सवार भाई-बहन ग्राम फरहदा के पास पहुंचे थे। उसी समय पीछे से आ रहे ट्रेलर ने उनकी बाइक को ठोकर मार दिया, जिससे दोनों भाई बहन गिर गए।

पहिए के नीचे आई बहन, मौके पर ही हुई मौत
इस हादसे में ईश्वरी धनुहार ट्रेलर के पहिए के नीचे आ गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, उसका भाई बाइक से गिरकर बुरी तरह घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिम्स में भर्ती कराया गया है।

हादसे के बाद भड़के लोगों ने किया चक्काजाम
इस हादसे के बाद आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। वहीं, किसी ने इस हादसे की जानकारी लड़की के परिजन को दी। खबर मिलते ही परिजन भी पहुंच गए। मौके पर पुलिस पहुंचती इससे पहले ही आक्रोशित लोगों ने चक्काजाम कर दिया। उनका कहना था कि जयरामनगर, मस्तूरी, गतौरा और सीपत मार्ग पर दिन रात भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। दरअसल, इस इलाके में तीन से चार कोलवाशरी हैं, जहां कोयला परिवहन करने के लिए भारी वाहनों की आवाजाही चलती रहती है। नाराज ग्रामीण कोयला लेकर आने-जाने वाले ट्रकों की रफ्तार पर लगाम लगाने और मृतका के परिजन को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। इसके चलते करीब दो घंटे तक सीपत-बिलासपुर रोड में वाहनों की लाइन लगी रही।

एक लाख रुपए देने के बाद शांत हुआ मामला
इस हादसे के बाद पुलिस के साथ ही राजस्व विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। परिजनों ने पांच लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की। तब अफसरों ने उन्हें समझाइश दिया कि शासन से तत्कालीन सहायता राशि 25 हजार रुपए दी जाती है। लेकिन, आक्रोशित भीड़ वाशरी संचालक से मुआवजा दिलाने की मांग करने लगी। पुलिस अफसरों के हस्तक्षेप के बाद हिंद कोलवाशरी संचालक की तरफ से एक लाख रुपए मुआवजा राशि देने के बाद चक्काजाम समाप्त हो गया। इधर, पुलिस ने इस केस में ट्रेलर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।