छत्तीसगढ़

संजय राउत ने कोश्यारी के इस्तीफे पर केंद्र को घेरा, बोले- शिवाजी का अपमान करने वाले को हटाने में देर कर दी

मुंबई : शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के प्रवक्ता संजय राउत ने महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के इस्तीफे पर निशाना साधा है। राउत ने कहा कि शिवाजी महाराज और सावित्रीबाई फुले पर कोश्यारी की टिप्पणी के कारण उन्हें पहले ही हटा देना चाहिए था और यही लोगों की मांग थी। बता दें कि झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को अब महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।

राज्यपाल बदलना महाराष्ट्र के लिए एहसान नहीं

संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्यपाल बदलना महाराष्ट्र के लिए एहसान नहीं है। उन्होंने कहा कि एक साल हो गया है जब महाराष्ट्र के लोगों ने बीएस कोश्यारी की शिवाजी महाराज और सावित्रीबाई फुले पर टिप्पणी के कारण राज्यपाल बदलने की मांग की थी।

शिवाजी का अपमान करने वाले को भाजपा का समर्थन

राउत ने आगे कहा कि अब राज्य को एक नया राज्यपाल मिला है, लेकिन यह ज्ञात नहीं है कि उनका नाम ‘बैस’ है या पक्षपाती है। हम नए राज्यपाल का स्वागत करते हैं क्योंकि यह कई वर्षों से महाराष्ट्र के राज्यपाल को बदलने की मांग थी। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि यह इतिहास में दर्ज होगा कि भाजपा और केंद्र सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वाले राज्यपाल का समर्थन किया था।

राजभवन को भाजपा कार्यालय नहीं बनने दें राज्यपाल

संजय राउत ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नए राज्यपाल संविधान के अनुसार काम करेंगे और राजभवन को भाजपा कार्यालय नहीं बनने देंगे। बता दें कि राष्ट्रपति ने आज ही केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख समेत 12 राज्यपालों और एक उपराज्यपाल के पद पर नई नियुक्ति के लिए नामों की घोषणा की है।

बी.डी. मिश्रा बने लद्दाख के उपराज्यपाल

बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल डॉ. बी.डी. मिश्रा को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है। वहीं, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एस अब्दुल नज़ीर को आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है।