छत्तीसगढ़

ताजमहल गिरा दो, लाल किले को ढहा दो…नसीरुद्दीन शाह बोले- अगर मुगल विनाशकारी थे तो क्‍यों हैं ये स्‍मारक!

नईदिल्ली : नसीरुद्दीन शाह अपने बेबाक बयान से एक बार‍ फिर चर्चा में हैं। अपनी वेब सीरीज ‘ताज: डिवाइडेड बाय ब्‍लड’ की रिलीज से ठीक पहले दिग्‍गज एक्‍टर ने मुगलों को विनाशकारी बताने पर नाराजगी जाहिर की है। उन्‍होंने कहा है कि अगर इस देश के साथ मुगलों ने सबकुछ बुरा ही किया है तो लाल किला और ताज महल जैसे स्‍मारकों को जमींदोज कर देना चाहिए। एक्‍टर ने कहा है कि देश में मौजूदा वक्‍त में स्वस्थ बहस के लिए कोई जगह नहीं है। इसलिए जिन्‍हें उनके विचारों का विरोध करने की आदत है, वे उनकी बात को कभी नहीं समझ पाएंगे।

नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि जहां इतिहास के बारे में लोग सही जानकारी नहीं रखते और उनके सही तर्क नहीं होते, वहां नफरत और गलत जानकारी का साम्राज्‍य होता है। वह कहते हैं, ‘शायद यही कारण है कि देश का एक वर्ग अब बीते हुए कल पर, खासकर मुगल साम्राज्य पर दोष मढ़ता रहता है और इस पर मुझे गुस्‍सा नहीं आता, बल्‍क‍ि हंसी आती है।’

नसीरुद्दीन शाह ने यह बातें ऐसे वक्‍त में कही हैं, जब हाल के दिनों में ही सरकार के मंत्रियों ने मुगल काल की लगातार आलोचना की है। बीते कुछ साल में नाम बदलने की भी बयार चली है। 40 गांवों के ‘मुगल-युग’ के नाम बदले गए। राष्ट्रपति भवन में ऐतिहासिक मुगल गार्डन का नाम बदलकर भी ‘अमृत उद्यान’ किया गया है। वेब सीरीज ‘Taj: Divided By Blood’ ZEE5 पर रिलीज होने वाली है, जिसमें जिसमें नसीरुद्दीन शाह ने राजा अकबर का किरदार निभाया है। सीरीज की कहानी मुगल साम्राज्‍य के बंद कमरों में सत्ता के खेल और उत्तराध‍िकारी चुनने के बारे में है।

‘जो अकबर और तैमूर में अंतर नहीं जानते, वो मुगलों पर सवाल उठा रहे’

आज जब मुगल काल पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, नसीरुद्दीन शाह कहते हैं, ‘मुझे आश्‍चर्य होता है और यह बहुत ही हास्यास्पद है। मेरा मतलब है कि ये वो लोग हैं जो अकबर और नादिर शाह या बाबर के परदादा तैमूर जैसे जानलेवा आक्रमणकारी के बीच में अंतर नहीं बता पाते हैं। फिर भी ये ऐसी बातें और दावे कर रहे हैं। ये वे लोग थे जो यहां लूटने आए थे। मुगल यहां लूटने नहीं आए थे। वे इसे अपना घर बनाने के लिए आए थे और उन्होंने यही किया। उनके योगदान को कौन नकार सकता है?’

‘इतिहास के किताबों में मुगलों का महिमामंडन है और यह बहुत गलत है’

दिग्‍गज एक्‍टर ने कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि मुगलों की सभी चीजें बुरी थीं, विनाशकारी थीं, यह उनकी देश के इतिहास की समझ की कमी को दर्शाता है। नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘हो सकता है कि इतिहास की किताबें मुगलों का महिमामंडन अध‍िक कर रही हों और उनके प्रति बहुत दयालु हो, लेकिन उनके समय को विनाशकारी बताकर आप उसे खारिज नहीं कर सकते। यह हमारा दुर्भाग्‍य है कि स्‍कूलों में पढ़ाए जाने वाला इतिहास मुख्य रूप से मुगलों या अंग्रेजों पर आधारित है। हम लॉर्ड हार्डी, लॉर्ड कार्नवालिस और मुगल सम्राटों के बारे में जानते थे, लेकिन हम गुप्त वंश, या मौर्य वंश, या विजयनगर साम्राज्य, अजंता की गुफाओं के इतिहास, या पूर्वोत्तर के बारे में नहीं जानते थे। हमने इनमें से कोई भी चीज नहीं पढ़ी, क्योंकि इतिहास अंग्रेजों या एंग्लोफाइल्स द्वारा लिखा गया था और मुझे लगता है कि यह वाकई में गलत है।’

…तो ताजमहल, लाल किला, कुतुब मीनार को गिरा क्‍यों नहीं देते?

नसीरुद्दीन शाह ने आगे कहा, ‘वो लोग जो यह कह रहे हैं, वह भी कुछ हद तक सही हैं कि मुगलों को हमारी अपनी स्वदेशी परंपराओं की कीमत पर महिमामंडित किया गया है। शायद यह सच है, लेकिन उन्हें खलनायक बनाने की भी जरूरत नहीं है। अगर मुगल साम्राज्य इतना ही राक्षसी था, विनाशकारी था, तो उसका विरोध करने वाले उनके बनाए स्मारकों को क्यों नहीं गिरा देते। अगर उन्होंने जो कुछ भी किया वह भयानक था, तो ताजमहल को गिरा दो, लाल किले को गिरा दो, कुतुब मीनार को गिरा दो। लाल किले को हम पवित्र क्यों मानते हैं, इसे एक मुगल ने बनवाया था। हमें उनका महिमामंडन करने की जरूरत नहीं है। और ना ही उन्हें बदनाम करने की भी जरूरत है।’

नसीरुद्दन शाह बोले- टीपू सुल्‍तान ने अंग्रेजों को भगाया, आज वो भी बदनाम

एक्‍टर से पूछा गया कि क्‍या मौजूदा वक्‍त में इन तमाम मुद्दों पर बैठकर तर्क से और बौद्धिक बातचीत के लिए जगह है? नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘नहीं, बिल्कुल नहीं। क्योंकि आज चर्चा और विमर्श अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। टीपू सुल्तान बदनाम है! एक ऐसा शख्स जिसने अंग्रेजों को भगाने के लिए अपनी जान दे दी। आपसे पूछा जाता है कि आपको टीपू सुल्तान चाहिए या राम मंदिर? यह कैसा तर्क है? मुझे नहीं लगता कि बहस के लिए कोई जगह है, क्योंकि वो कभी भी मेरी बात नहीं समझ सकते हैं और मैं कभी उनकी बात नहीं समझ सकता।’

3 मार्च को रिलीज होगी सीरीज ‘ताज: डिवाइडेड बाय ब्‍लड’

बहरहाल, कॉन्टिलो डिजिटल के बैनर तले बने वेब सीरीज ‘ताज: डिवाइडेड बाय ब्लड’ में धर्मेंद्र शेख सलीम चिश्‍ती के किरदार में नजर आएंगे। सीरीज में अनारकली के रोल में अदिति राव हैदरी, राजकुमार सलीम के किरदार में आशिम गुलाटी, राजकुमार मुराद के रोल में ताहा शाह, राजकुमार दानियाल के रूप में शुभम कुमार मेहरा, रानी जोधा बाई के रूप में संध्या मृदुल, रानी सलीमा के किरदार में जरीना वहाब नजर आएंगे। ‘ताज: डिवाइडेड बाय ब्लड’ आगाती 3 मार्च को Zee5 पर स्ट्रीम होगा।