छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : मतांतरण के खिलाफ राज्यव्यापी प्रदर्शन, सर्व हिंदू समाज ने सभी जिला मुख्यालयों पर दिया धरना

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बुधवार को मतांतरण के खिलाफ राज्यभर में प्रदर्शन किया गया। सर्व हिंदू समाज ने सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देकर मतांतरण के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। उत्तर में सरगुजा से लेकर दक्षिण में बस्तर तक मतांतरण विरोधी नारे लगे। प्रदर्शनकारियों ने मतांतरण को ईसाई मिशनरियों की साजिश बताया।

इस दौरान कहा कि इससे आदिवासी संस्कृति व परंपरा पर संकट मंडरा रहा है। मिशनरियां प्रलोभन देकर मतांतरण करा रही हैं। आदिवासी क्षेत्रों में लगातार हो रहे मतांतरण से गांवों में दो समुदायों के बीच संघर्ष की स्थिति बन रही है। धरना-प्रदर्शन के पश्चात तहसीलदारों को राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर मतांतरण के विरुद्ध कड़ा कानून बनाने की मांग की गई है।

अंबिकापुर, सरगुजा व सूरजपुर जिलों में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। इसमें बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल रहे। दुर्ग में साहू, ओडिया, ब्राह्मण, नाई, सतनामी, लोधी, मेहर, वैष्णव, ताम्रकार तथा जैन समाज के प्रतिनिधि धरने में शामिल रहे। सर्व हिंदू समाज की ओर से कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मतांतरण से कोई अछूता नहीं है, चाहे वह भिलाई जैसा बड़ा शहर हो या बस्तर का कोई सुदूर गांव।

उन्होंने कहा कि मिशनरी, राज्य सरकार तथा पुलिस के संरक्षण में मतांतरण कराया जा रहा है। कांकेर में आयोजित धरने में सर्व हिंदू समाज तथा आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए। मतांतरण के विरुद्ध कानून बनाने तथा मतांतरण के विवाद में नारायणपुर जिले में हिरासत में लिए गए आदिवासियों की बिना शर्त रिहाई की मांग की गई।

धमतरी जिले में आयोजित प्रदर्शन में पूर्व विधायक श्रवण मरकाम ने कहा कि हिंदुओं को एकजुट होना पड़ेगा। लालच व भय देकर कोई मतांतरण न करा पाए। नगरी क्षेत्र में मतांतरित हो चुके कई परिवारों को वापस सनातन धर्म में लाया गया है। कोंडागांव में जनजाति सुरक्षा मंच के बैनर तले धरना-प्रदर्शन किया गया।