छत्तीसगढ़

केजरीवाल ने स्कूलों को बताया कबाड़खाना तो भड़के केंद्रीय मंत्री, कहा- शराबखाने में व्यस्त लोगों का यह रवैया गलत

नई दिल्ली। पीएम-श्री स्कूल स्कीम को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सवाल खड़ा करने और देश के ज्यादातर स्कूलों को ‘कबाड़खाना’ कहने पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन्हें आड़े हाथों लिया। साथ ही कहा कि ‘शराबखाने में व्यस्त लोगों द्वारा स्कूलों को कबाड़खाना बोलना दुर्भाग्यपूर्ण है। फिलहाल वह ऐसे बयान बहादुरों की बात पर ध्यान नहीं देते है। उनकी टिप्पणी खेदजनक है।’

इस बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने दिल्ली के स्कूलों की स्थिति की भी जिक्र किया और कहा कि ‘ वह जिन स्कूलों को लेकर फक्र करते है उनकी स्थिति देश के स्कूलों की गुणवत्ता के राष्ट्रीय औसत से भी नीचे है।’ इस दौरान उन्होंने नेशनल असेसमेंट सर्वे -2021 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इनमें दिल्ली के 16 सौ से ज्यादा स्कूल शामिल थे। लेकिन सभी स्तरों पर दिल्ली का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से नीचे रहे है।

इसके साथ ही प्रधान ने आरोप लगाया कि ‘जब से वह ( केजरीवाल) सत्ता में आए है, दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नामांकन (इनरोल्डमेंट) में गिरावट देखने को मिल रही है। यह आंकड़े केंद्र के नहीं है, बल्कि उनकी ओर से ही मुहैया कराए गए है। यह गिरावट उनके कार्यकाल के दौरान ही आयी है।’उन्होंने कहा कि इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2015 के चुनाव के दौरान दिल्ली में 500 माडल स्कूलों को खोलने का वादा किया था, जबकि सिर्फ 63 स्कूल ही खुल पाए है। यानी दिल्ली में विद्यार्थी घटे ही स्कूल भी नहीं खुले। नेशनल असेसमेंट सर्वे-2021 में सभी स्तरों पर दिल्ली के स्कूल राष्ट्रीय औसत से काफी पीछे रहे। वह जिन स्कूलों के गुणवत्ता की बात करते है,उन स्कूलों में वर्ष 2020-21 के बाद एक भी शिक्षक और प्रि¨सपल की नियुक्ति नहीं की गई।’

प्रधान ने कहा कि यह स्थिति तब है जब दूसरे राज्यों के मुकाबले दिल्ली का खर्च कई क्षेत्रों में बिल्कुल नहीं है। दिल्ली में सुरक्षा सहित दूसरे कई क्षेत्रों का खर्च केंद्र उठाता है, जबकि दूसरे राज्यों में वह खुद उठाते है। ऐसे में भी वह स्कूल नहीं खोल पा रहे है। शिक्षकों की नियुक्ति नहीं कर पा रहे है। ऐसी स्थिति में जब दूसरे राज्यों के स्कूलों को वह कबाड़खाना कहें, तो दुर्भाग्यपूर्ण है। जब देश एक नए मिजाज पर जा चुका है, उनमें उनको एक सकारात्मक भूमिका निभाना चाहिए।

गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को पीएम को एक पत्र लिखकर पीएम-श्री स्कूलों की पहल की सराहना की और कहा कि देश के सारे स्कूलों को अपग्रेड़ करने की जरूरत है। इसी पत्र में उन्होंने देश के 80 फीसद से ज्यादा सरकारी स्कूलों की स्थिति कबाड़खाने से भी खराब बतायी थी।