छत्तीसगढ़

एक तरफ ED का छापा दूसरी ओर जुर्माना, क्यों फंसी बायजू, शाहरुख खान को क्यों भरना होगा हर्जाना?

नईदिल्ली : ऑनलाइन पढ़ाई कराने वाली कंपनी बायजू इन दिनों चर्चा में है। एक ओर जहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कंपनी के बेंगलुरु स्थित तीन ठिकानों पर छापा मारा है, वहीं दूसरी ओर बायजू और इसके विज्ञापनकर्ता और एक्टर शाहरुख खान पर 55 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।

बायजू पर क्यों पड़ा ईडी का छापा?
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन पढ़ाई कराने वाली कंपनी बायजू के बेंगलुरु स्थित तीन ठिकानों पर छापा मारकर आपत्तिजनक दस्तावेज व डिजिटल डाटा जब्त किया है। ईडी ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन की जांच में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत पंजीकृत कंपनी थिंक एंड लर्न प्रा. लि. के सीईओ और संस्थापक रवींद्रन बायजू के एक रिहायशी परिसर व दो दफ्तरों में छापा मारा I

ईडी के मुताबिक, कंपनी ने 2020-21 से वित्तीय ब्योरा तैयार नहीं किया है और न ही खातों का ऑडिट कराया, जबकि यह अनिवार्य प्रक्रिया है। इस कारण कंपनी के दिए आंकड़ों की वास्तविकता की बैंक के साथ जांच की जा रही है। ईडी ने सीईओ रवींद्रन बायजू को कई बार समन भी किया, लेकिन वह कभी पेश नहीं हुए।

28,000 करोड़ का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
ईडी ने जांच में पाया कि कंपनी में 2011-23 के बीच 28 हजार करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ। कंपनी ने इस दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नाम पर 9,754 करोड़ अलग-अलग देशों में भी भेजे। विदेश भेजी गई इस राशि के साथ कंपनी ने विज्ञापन व मार्केटिंग खर्च के नाम पर लगभग 944 करोड़ दिखाए हैं।

2020-21 में 4588 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया
ईडी के मुताबिक, बायजू ने 2020-21 में 4,588 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया, जो 2019-20 के 231.69 करोड़ रुपये से 19 गुना अधिक है। कंपनी का वित्तीय वर्ष 2020-21 में राजस्व 2,428 करोड़ रुपये रह गया, जो 2019-20 में 2,511 करोड़ रुपये था। बायजू ने अभी तक वित्तीय वर्ष 2022 के लिए वित्तीय प्रदर्शन रिपोर्ट जारी नहीं की है।

एक बयान में एजेंसी ने कहा कि विभिन्न निजी व्यक्तियों से प्राप्त शिकायतों के आधार पर कंपनी के खिलाफ जांच शुरू की गई थी। ईडी द्वारा, बायजू के संस्थापक और सीईओ रवींद्रन को कई समन जारी किए गए थे लेकिन हमेशा टालमटोल करते रहे और जांच के दौरान कभी पेश नहीं हुए। केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि आगे की जांच चल रही है I

बायजू ने क्या प्रतिक्रिया दी?
ईडी के छापे पर प्रतिक्रिया देते हुए बायजू के एक प्रवक्ता ने इसे फेमा के तहत नियमित जांच करार दिया। प्रवक्ता ने कहा, ‘हम अधिकारियों के साथ पूरी तरह से पारदर्शी रहे हैं और उनके द्वारा मांगी गई सभी जानकारी उन्हें प्रदान की है। हम अनुपालन और नैतिकता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’

कंपनी और इसके विज्ञापनकर्ता शाहरुख खान पर जुर्माना क्यों लगा?
मध्य प्रदेश के इंदौर में जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग ने 26 अप्रैल को बायजू के एक कर्मचारी और अभिनेता शाहरुख खान के खिलाफ एक महिला की शिकायत पर ‘धोखाधड़ीपूर्ण व्यवहार’ और ‘अनुचित व्यापार व्यवहार’ के लिए एक आदेश जारी किया। शिकायतकर्ता प्रियंका दीक्षित ने साल 2021 में यूपीएससी की तैयारी करने के लिए कोचिंग में एडमिशन कराया था।  

अपने आदेश में आयोग ने कहा कि 2021 में प्रवेश के समय प्रियंका द्वारा जमा की गई फीस में से 1.08 लाख रुपये को 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ वापस किया जाना चाहिए। साथ ही आदेश में कहा गया कि वित्तीय और मानसिक पीड़ा के मुआवजे के रूप में 50,000 रुपये और मुकदमेबाजी लागत के रूप में 5,000 रुपये उन्हें दिए जाने चाहिए। आयोग ने कहा कि दोनों एक साथ या अलग-अलग शिकायतकर्ता द्वारा जमा की गई फीस वापस करें।

नोटिस के बावजूद नहीं पेश हुए बायजू के प्रबंधक और शाहरुख 
आदेश के मुताबिक, प्रतिवादी बायजू के प्रबंधक और अभिनेता शाहरुख खान मामले में नोटिस दिए जाने के बाद भी उपस्थित नहीं हुए और उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। इसलिए उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की गई।

शाहरुख खान के एड करने की वजह से लिया था एडमिशन
शिकायतकर्ता प्रियंका दीक्षित ने दावा किया था कि वह बायजू में एडमिशन लेने के लिए एक विज्ञापन से प्रभावित हुई थीं जिसमें एक्टर शाहरुख खान को दिखाया गया था। प्रियंका द्वारा यूपीएससी की तैयारी के लिए इस कोचिंग से संपर्क करने पर एक लाख 8 हजार रुपये फीस बताई गई। उन्हें कहा गया था कि बायजू के पास टीचर्स हैं। उनके यहां से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में कई लोगों का चयन होता है। इसके अलावा कोचिंग संस्थान ने कहा था कि उसकी फीस एडवांस देना होगी जो पढ़ाई से संतुष्टि नहीं होने पर वापस कर दी जाएगी।

टीचर्स ने वादे के अनुसार नहीं पढ़ाया
छात्रा ने दावा किया कि फीस जमा करने के बाद जब उसने क्लासेस अटैंड की तो पता चला कि बायजू के टीचर्स ने वादे के अनुसार पढ़ाई नहीं कराई। इस पर छात्रा ने क्लास अटैंड करने के बजाय फीस वापसी की बात कही। बायजू प्रबंधन ने छात्रा का एडमिशन निरस्त करते हुए कुछ ही दिनों में फीस वापस करने की बात कही, लेकिन लौटाई नहीं। इस पर छात्रा ने जिला उपभोक्ता फोरम में केस दायर कर दिया, लेकिन बायजू और शाहरुख की तरफ से कोई उपस्थित नहीं हुआ। अब इसी केस में कंपनी पर 55 हजार का जुर्माना लगा है।